चंडीगढ़ में एसकेएम नेताओं के साथ 3 मार्च को हुई बैठक पर टिप्पणी करते हुए, जो बिना किसी समाधान के समाप्त हो गई, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने किसानों द्वारा जारी ‘रेल रोको’ और ‘सड़क रोको’ विरोध पर कहा कि इस तरह के निरंतर आंदोलन से राज्य को गंभीर आर्थिक नुकसान हो रहा है।
मान ने कहा, “मैंने किसानों से कहा कि पंजाब धरना-प्रदर्शनों का राज्य बनता जा रहा है। मेरी नरमदिली को निष्क्रियता नहीं समझा जाना चाहिए। मैं 3.5 करोड़ लोगों का संरक्षक हूं और मुझे सभी के हितों का ध्यान रखना चाहिए।” हाल ही में किसान नेताओं के साथ बैठक के दौरान मान ने सवाल उठाया कि जब विरोध प्रदर्शन जारी रहने वाला है तो चर्चा की आवश्यकता क्यों है।
उन्होंने बताया, “उन्होंने मुझसे कहा कि 5 मार्च को विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा। इसलिए मैंने पूछा- मुझे ढाई घंटे तक बैठाए रखने का क्या मतलब था? मैं उठकर चला गया।”
मान ने स्पष्ट किया कि यह बैठक किसी डर के कारण नहीं की गई थी। उन्होंने कहा, “मैं उनसे पहले भी मिल चुका हूं। मैं खुद को उनका मित्र मानता हूं। लेकिन अगर वे बातचीत के बावजूद विरोध प्रदर्शन जारी रखने पर अड़े रहते हैं, तो बैठक का कोई मतलब नहीं है।”
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