नई दिल्ली, केंद्रीय गृह मंत्रालय (एमएचए) के निर्देश पर केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) की पूर्व प्रमुख चित्रा रामकृष्ण और मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर संजय पांडे के खिलाफ एक नया मामला दर्ज किया है। उनके खिलाफ 2009 से 2017 के बीच कथित तौर पर एनएसई कर्मचारियों के फोन टैप करने का आरोप है।
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) इस सिलसिले में मुंबई, पुणे और देश के कई अन्य हिस्सों में छापेमारी कर रही है।
सीबीआई के एक सूत्र ने बताया कि गृह मंत्रालय के निर्देश पर अवैध फोन टैपिंग एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।
सूत्र ने बताया कि 2009 और 2017 के दौरान रामकृष्ण और पांडे ने एनएसई के कर्मचारियों के फोन अवैध रूप से टैप किए थे।
सूत्रों के मुताबिक, “पांडे आईसेक सिक्योरिटीज प्राइवेट लिमिटेड चलाते थे। लिमिटेड पर आरोप लगाया गया है कि रामकृष्ण ने इस फर्म का इस्तेमाल एनएसई के कर्मचारियों के फोन टैप करने के लिए किया था। सुबह 9 बजे से 10 बजे के बीच किए गए फोन कॉल को आईसेक सिक्योरिटीज प्राइवेट लिमिटेड द्वारा रिकॉर्ड जाता था। लिमिटेड पर आरोप लगाया गया है कि पांडे ने अवैध रूप से फोन कॉल टैप करने में मदद की।”
सूत्र ने कहा कि सीबीआई इस मामले में शामिल सभी लोगों के बयान दर्ज करेगी।