सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में एक गरीब परिवार की पिटाई की जा रही है। वीडियो में पिटाई करने वाले लोगों के हाथ में डंडे हैं जिनसे उनकी पिटाई की जा रही है। इस वीडियो के वायरल होने के बाद पीड़ित परिवार सामने आया और न्याय की मांग कर रहा है। उनका कहना है कि पुलिस की ओर से कार्रवाई में देरी के कारण अपराधियों के हौसले बुलंद हो गए हैं और उन्हें जान-माल का खतरा बना हुआ है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में एक गरीब परिवार की पिटाई की जा रही है। वीडियो में पिटाई करने वाले लोगों के हाथ में डंडे हैं जिनसे उनकी पिटाई की जा रही है। इस वीडियो के वायरल होने के बाद पीड़ित परिवार सामने आया और न्याय की मांग कर रहा है। उनका कहना है कि पुलिस की ओर से कार्रवाई में देरी के कारण अपराधियों के हौसले बुलंद हो गए हैं और उन्हें जान-माल का खतरा बना हुआ है।
पत्रकारों को अपनी आपबीती बताते हुए कुलविंदर सिंह पुत्र त्रिलोक सिंह निवासी रत्ता टिब्बा हाल निवासी मलोट शहर ने बताया कि वह अपने परिवार का भरण-पोषण करने के लिए एक निजी संस्थान में सुरक्षा गार्ड के रूप में काम करता है। इसके अलावा उन्होंने किश्तों पर ऑटो रिक्शा भी ले रखा है। अपने खाली समय में वह ऑटो रिक्शा चलाकर कड़ी मेहनत करते हैं। लेकिन उसके कुछ पड़ोसी नशीले पदार्थों के कारोबार में संलिप्त हैं।
उक्त व्यक्ति और उसके साथी उसके घर के बाहर खड़े ऑटो रिक्शा में बैठकर नशा करते हैं। इसके अलावा उन्होंने एक चोर चाबी बना रखी है और जब चाहे अपनी ऑटो को कहीं भी ले जा सकते हैं। जब उसने इसका विरोध किया तो उक्त व्यक्ति व उसके माता-पिता ने उसे सड़क पर बुला लिया।
लाठियों से पीटा गया। इस अवसर पर उनका एक वीडियो भी बनाया गया। जब कुलविंदर की बेटी और पत्नी उसे बचाने आईं तो उक्त लोगों ने उनके साथ भी मारपीट की।
कुलविंदर सिंह का कहना है कि उक्त लोगों ने उसकी गाड़ी छीन ली और उसमें तोड़फोड़ की। गरीब होने के कारण कुलविंदर को पूरा इलाज भी नहीं मिल पाया और एक्स-रे भी नहीं हो पाया। उनका कहना है कि पुलिस ने इस मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की है, जिसके कारण उन्हें लगातार धमकियां मिल रही हैं। इस संबंध में कुलविंदर की पत्नी लक्ष्मी ने बताया कि जब उक्त लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई तो उन्होंने उन्हें और परेशान करना शुरू कर दिया। उन लोगों ने उसके परिवार की जिंदगी बर्बाद कर दी है। उन्होंने मांग की कि परिवार की जान-माल की सुरक्षा की जाए तथा दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।