केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन एवं डेयरी विकास मंत्री एसपी सिंह बघेल ने बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व ने 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने की मजबूत नींव रखी है।
उन्होंने मोदी सरकार के 11 वर्ष के कार्यकाल को देश के आधुनिक इतिहास का स्वर्णिम काल बताया, जो जन कल्याण, सुशासन और प्रतिबद्ध सेवा को समर्पित रहा।
धर्मशाला में मीडिया से बातचीत करते हुए बघेल ने विभिन्न क्षेत्रों में मोदी सरकार की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि रक्षा बजट में उल्लेखनीय वृद्धि की गई है, जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित हुई है जो सर्वोच्च प्राथमिकता बनी हुई है।
मंत्री ने कहा, ‘‘सरकार ने आतंकवाद से सख्ती से निपटा है और नक्सलवाद अब अपनी अंतिम सांसें गिन रहा है।’’ उन्होंने कहा कि नक्सली हिंसा से संबंधित घटनाओं में 70 प्रतिशत की कमी आई है।
बघेल ने कृषि और उससे जुड़े क्षेत्रों में भारत की उल्लेखनीय प्रगति पर भी बात की। उन्होंने कहा, “भारत अब दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक देश है और मत्स्य पालन में दुनिया में दूसरे स्थान पर है।” उन्होंने इस वृद्धि का श्रेय सरकार की किसान-केंद्रित नीतियों को दिया।
मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि ये उपलब्धियां दीर्घकालिक दृष्टिकोण का हिस्सा हैं जिसका उद्देश्य 2047 में भारत की स्वतंत्रता की शताब्दी तक इसे एक विकसित राष्ट्र में बदलना है।
बघेल ने आगे कहा कि भारत ने 2014 से रक्षा निर्यात में 34 गुना वृद्धि दर्ज की है, जिससे वह वैश्विक रक्षा विनिर्माण क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी के रूप में स्थापित हुआ है। उन्होंने कहा कि सरकार की आत्मनिर्भर भारत पहल के तहत देश की रक्षा उत्पादन क्षमताओं में जबरदस्त वृद्धि हुई है, जो स्वदेशी विनिर्माण और आयात पर निर्भरता कम करने पर केंद्रित है।
देश के बढ़ते डिजिटल नेटवर्क पर बोलते हुए बघेल ने कहा कि भारत में अब 116 करोड़ मोबाइल उपयोगकर्ता हैं, जो इसे दुनिया के सबसे बड़े दूरसंचार बाजारों में से एक बनाता है और डिजिटल अर्थव्यवस्था का प्रमुख चालक बनाता है।
आतंकवाद के खिलाफ भारत के प्रयासों पर प्रकाश डालते हुए, मंत्री ने पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद शुरू किए गए एक प्रमुख त्रि-सेवा सैन्य अभियान ऑपरेशन सिंदूर का उल्लेख किया। बघेल ने खुलासा किया कि भारतीय सशस्त्र बलों ने नियंत्रण रेखा के पार और पाकिस्तान के अंदरूनी इलाकों में स्थित नौ आतंकवादी शिविरों को सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया। इस ऑपरेशन ने खतरों का तेजी से और प्रभावी ढंग से जवाब देने की भारतीय सेना की क्षमता को प्रदर्शित किया, जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति देश की प्रतिबद्धता को बल मिला।
Leave feedback about this