गुरूग्राम, 27 जुलाई
हरियाणा उदय योजना के तहत चल रहे सर्वे से गुरुग्राम में सरकारी शिक्षा की खस्ता हालत सामने आ गई है।
स्वच्छ पेयजल से लेकर शौचालय तक, जिले के कई स्कूलों को बुनियादी ढांचे के उन्नयन की सख्त जरूरत है। एक सर्वेक्षण के अनुसार, गुरुग्राम, फरुखनगर, सोहना और पटौदी ब्लॉक के 128 से अधिक स्कूलों में उचित शौचालय सुविधाओं की कमी है। जबकि कुछ स्कूलों में शौचालय जीर्ण-शीर्ण स्थिति में हैं और उन्हें तत्काल नवीकरण की आवश्यकता है, वहीं अन्य में छात्र-शौचालय अनुपात खराब है और नए शौचालयों के तत्काल निर्माण की आवश्यकता है।
इस कार्य पर करीब 6.40 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान लगाया जा रहा है। इसी तरह, इन ब्लॉकों के 287 स्कूलों में आरओ वाटर कूलर लगाने की जरूरत पाई गई है। शहर में भूजल और पेयजल आपूर्ति की बिगड़ती गुणवत्ता के साथ, जल-जनित संक्रमणों की रिपोर्ट में वृद्धि हुई है और अधिकांश रोगियों में स्कूली छात्र शामिल हैं।
सर्वेक्षण समिति ने छात्रों को स्वच्छ फ़िल्टर्ड पानी उपलब्ध कराने के लिए इन स्कूलों में तत्काल आरओ लगाने की सिफारिश की है। कई स्कूलों में जल भंडारण सुविधाओं की भारी कमी पाई गई है और प्रधानाध्यापकों को इससे अवगत करा दिया गया है। 371 से अधिक स्कूलों में पर्याप्त पंखे, ट्यूबलाइट नहीं हैं या उन्हें तत्काल विद्युत उन्नयन की आवश्यकता है