यूटी साइबर क्राइम पुलिस ने शहर के एक निवासी से डिजिटल गिरफ्तारी धोखाधड़ी में 3.41 करोड़ रुपये की ठगी करने के आरोप में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
आरोपियों की पहचान हरियाणा के शाहरपुर निवासी महक यादव (25) और राजस्थान के झुंझुनू के मांदरी निवासी सचिन शर्मा उर्फ मोनू (23) के रूप में हुई है। सेक्टर 2-ए निवासी कर्नल दिलीप सिंह बाजवा (सेवानिवृत्त) ने बताया कि जालसाजों ने उन्हें लंबे समय तक वीडियो कॉल पर रखा। उन्होंने उन्हें बताया कि उनका बैंक खाता जेल में बंद कारोबारी नरेश गोयल से जुड़े 2 करोड़ रुपये के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में शामिल है।घोटालेबाजों ने खुद को अधिकारी बताते हुए 82 वर्षीय निवासी को सुप्रीम कोर्ट का फर्जी गिरफ्तारी आदेश दिखाया और कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए तत्काल धनराशि ट्रांसफर करने की मांग की। आरोपियों ने पीड़ित से 8 लाख रुपये, 60 लाख रुपये, 80 लाख रुपये, 88 लाख रुपये और 1.05 करोड़ रुपये विभिन्न खातों में ट्रांसफर करवाए।5 अप्रैल को पुलिस ने नारनौल से महक को गिरफ्तार किया, जिसने अपने खाते में 1.05 करोड़ रुपये प्राप्त करने और 1.2 लाख रुपये कमीशन लेने की बात कबूल की। इसके बाद जांच में 7 अप्रैल को जयपुर से सचिन की गिरफ्तारी हुई। फोरेंसिक जांच के लिए उनके पास से दो मोबाइल फोन जब्त किए गए।
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