सोलन पुलिस ने कल शाम दो युवकों को गिरफ्तार करके एक विचित्र हत्या मामले को सुलझाने का दावा किया है, जिन पर शिकार के दौरान मारे गए एक युवक का सिर और धड़ काटने तथा सोलन और सिरमौर जिलों में अलग-अलग स्थानों पर उसे ठिकाने लगाने का आरोप है।
सोलन पुलिस को 23 जनवरी को सपरून निवासी यशपाल से शिकायत मिली थी कि उसका साला सोमदत्त, सोनू (38), जो सिरमौर के पच्छाद का निवासी है, 21 जनवरी से लापता है। सोनू 18 जनवरी से उसके साथ रह रहा था क्योंकि वह अपनी बहन से मिलने आया था।
21 जनवरी को वह लकड़ी लाने के लिए जंगल में गया था, लेकिन वापस नहीं लौटा। उसका फोन बंद मिला और उसके परिवार ने जंगल में उसकी तलाश की, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। एसपी सोलन गौरव सिंह ने बताया कि परिवार ने 23 जनवरी को सोलन में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
सोलन पुलिस ने तुरंत हरकत में आकर प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ की, जिन्होंने बताया कि 21 जनवरी की शाम को उन्होंने दो लोगों को उसी जंगल की ओर जाते देखा था, जहां सोनू गया था। दोनों की पहचान वहां वाटर पंप हाउस पर काम करने वाले भुट्टो राम और सुल्तानपुर निवासी संदीप (अजय) के रूप में हुई।
सोनू भी अपने साले के पड़ोसी की बंदूक लेकर जंगल की ओर गया था। शिकायतकर्ता यशपाल ने शक जताया था कि भुट्टो और संदीप (अजय) ने उसके साले की गोली मारकर हत्या की है।
इसके बाद पुलिस ने 21 जनवरी को भुट्टो और संदीप के मोबाइल फोन की कॉल डिटेल रिकॉर्ड और टावर लोकेशन का विश्लेषण किया। उन्हें ट्रेस करके पूछताछ की गई और हालांकि उन्होंने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन उनकी कोशिश सफल नहीं हुई। पुलिस को पता चला कि दोनों उसी जंगल में शिकार के लिए गए थे। उन्होंने अपनी गाड़ियां सड़क के किनारे खड़ी की थीं और जंगल में घुस गए थे। उसी समय सोमदत्त (सोनू) भी बंदूक लेकर शिकार के लिए उसी इलाके में गया था।
शिकार के दौरान संदीप (अजय) ने अपनी बंदूक से गोली चला दी जो दूसरी तरफ शिकार कर रहे सोमदत्त (सोनू) के सिर में जा लगी, जिससे उसकी तत्काल मौत हो गई।
अपराध को छिपाने के लिए दोनों आरोपियों ने शव को प्लास्टिक के बैग में डाला और उसे अपनी कार में रखकर सिरमौर जिले के वासनी जंगल में एक गुफा में ले गए। गुफा में जाने से पहले उन्होंने पुलिस को अपनी लोकेशन का पता लगाने से बचने के लिए अपने मोबाइल फोन कार में ही छोड़ दिए।
इसके बाद उन्होंने गुफा में उस्तरे से मृतक की गर्दन काटकर उसे धड़ से अलग कर दिया। धड़ को गुफा में जलाने के बाद वे मृतक का सिर लेकर वापस आ गए, ताकि पुलिस को शव की पहचान करने में गुमराह किया जा सके।
वे सिर को सुल्तानपुर के वन क्षेत्र में ले गए और आग लगाने के बाद उसे दफना दिया। आरोपियों ने पीड़ित का मोबाइल फोन भी तोड़कर फेंक दिया और अपनी बंदूक भी छिपा दी।
हालांकि, सोलन पुलिस ने उन स्थानों की पहचान कर ली है, जहां आरोपियों ने मृतक सोमदत्त के धड़ और गर्दन को सिरमौर जिले के वासनी जंगल की गुफा के साथ-साथ सोलन जिले के सुल्तानपुर के जंगल में छिपाया था।
जुन्गा से आई फोरेंसिक टीम ने दोनों जगहों का निरीक्षण किया। आरोपी संदीप ने वारदात में इस्तेमाल की गई बंदूक अपने घर के पास छिपा रखी थी, जिसे भी जब्त कर लिया गया। जांच के बाद आरोपी ने वारदात को अंजाम देने की बात कबूल कर ली।
सोलन पुलिस ने कल रात सुल्तानपुर निवासी भुट्टो राम (49) और संदीप कुमार (41) को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी संदीप उर्फ अजय की .12 बोर की बंदूक और जिंदा कारतूस भी जब्त कर लिए गए हैं।
इस बीच, दोनों आरोपियों का पिछला आपराधिक रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है, जिन्हें आज कोर्ट में पेश किया गया। फोरेंसिक जांच के आधार पर शव की पहचान भी की जा रही है।