नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने शनिवार को नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (पीआईटीएनडीपीएस) अधिनियम में अवैध तस्करी की रोकथाम के तहत दो ड्रग माफियाओं अक्षय छाबड़ा और जसपाल सिंह उर्फ गोल्डी को हिरासत में लिया है।
एनसीबी की चंडीगढ़ जोनल यूनिट ने कहा कि दोनों को असम के डिब्रूगढ़ में हिरासत में लिया जाएगा।
दोनों बंदियों ने जेल में रहने के बावजूद अपनी नापाक गतिविधियां जारी रखीं, जिसके परिणामस्वरूप अक्षय छाबड़ा के खिलाफ तीन अतिरिक्त एफआईआर और गोल्डी के खिलाफ एनडीपीएस अधिनियम के तहत एक अतिरिक्त एफआईआर दर्ज की गई।
यह दूसरी बार है जब एनसीबी द्वारा क्षेत्र में जेल-आधारित ड्रग माफिया लिंक को तोड़ने की दिशा में ऐसी कार्रवाई की गई है।
इससे पहले 13 अगस्त को बलविंदर सिंह उर्फ बिल्ला हवेलियां के खिलाफ पहली कार्रवाई की गई थी।
अक्षय छाबड़ा को 24 नवंबर, 2022 को जयपुर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से उस समय गिरफ्तार किया गया था, जब वह देश छोड़कर संयुक्त अरब अमीरात के शारजाह भागने की कोशिश कर रहा था।
एनसीबी की जांच के दौरान जसपाल सिंह उर्फ गोल्डी का नाम छाबड़ा के ड्रग सिंडिकेट के मुख्य सदस्यों में से एक के रूप में सामने आया।
जांच में पता चला कि लुधियाना स्थित इस अंतरराष्ट्रीय ड्रग सिंडिकेट ने आईसीपी अटारी, पंजाब, मुंद्रा समुद्री बंदरगाह, गुजरात और जम्मू-कश्मीर से करीब 1,400 किलोग्राम हेरोइन की तस्करी की थी।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि इस मामले में एनसीबी ने कुल 20 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें सरगना, तस्कर, सफेदपोश अपराधी और दो अफगान नागरिक शामिल हैं।
अब तक एनसीबी ने सिंडिकेट से करीब 40 किलो हेरोइन, 0.557 किलो अफीम, 23.645 किलो संदिग्ध नारकोटिक्स पाउडर, एचसीएल की चार बोतलें, 31 जिंदा गोलियां और एक मैगजीन जब्त की है। इस समूह के दो हेरोइन प्रसंस्करण ठिकानों का भी भंडाफोड़ किया गया है।
एनसीबी की चंडीगढ़ जोनल यूनिट ने अब तक इस ड्रग सिंडिकेट की 57 करोड़ रुपये से अधिक की अचल/चल संपत्ति भी फ्रीज कर दी है।
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