खनन माफिया पर बड़ी कार्रवाई करते हुए खान एवं भूविज्ञान विभाग, यमुनानगर ने अवैध खनन और खनन खनिजों के अनधिकृत परिवहन में कथित रूप से संलिप्त 21 वाहनों को जब्त किया है। अधिकारियों के अनुसार, हरियाणा राज्य प्रवर्तन ब्यूरो की टीमों ने यमुनानगर जिले के पोबारी गांव से इन वाहनों को रोका, जहां वे कथित तौर पर यमुना से रेत चुरा रहे थे।
जब्ती के आदेश खान एवं भूविज्ञान विभाग, यमुनानगर के सहायक खनन अभियंता डॉ. राजेश कुमार द्वारा जारी किए गए। खनन निरीक्षक रोहित सिंह राणा ने जानकारी देते हुए बताया कि विभाग जुर्माना, रॉयल्टी और ज़ब्त किए गए वाहनों में लदे खनिज की कीमत वसूल करेगा। उन्होंने आगे कहा, “विभाग राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) द्वारा 23 अप्रैल, 2019 और 19 फरवरी, 2020 को जारी निर्देशों के अनुसार पर्यावरण क्षतिपूर्ति भी वसूल करेगा।”
राणा ने आगे बताया कि विभाग ने अवैध खनन गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए पूरे जिले में निगरानी बढ़ा दी है। उन्होंने बताया, “सहायक खनन अभियंता डॉ. राजेश कुमार के मार्गदर्शन में खनन विभाग की टीमें जिले में अवैध खनन रोकने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रही हैं।”
अधिकारियों ने बताया कि विभाग की चल रही कार्रवाई पर्यावरण अनुपालन सुनिश्चित करने और प्राकृतिक संसाधनों की सुरक्षा के व्यापक अभियान का हिस्सा है। कई टीमें नदी तलों, स्टॉकयार्डों और रेत व अन्य खनिजों के अनधिकृत परिवहन के लिए आमतौर पर इस्तेमाल किए जाने वाले मार्गों पर औचक निरीक्षण कर रही हैं।
अधिकारियों ने कहा कि रेत के अवैध खनन से न केवल राज्य के खजाने को भारी राजस्व हानि होती है, बल्कि इससे गंभीर पर्यावरणीय क्षति भी होती है, जिसमें नदी के किनारों का कटाव और जलीय जैव विविधता का नुकसान शामिल है।
विभाग आदतन अपराधियों पर नज़र रखने और अवैध उत्खनन में इस्तेमाल होने वाली मशीनरी और वाहनों को ज़ब्त करने के लिए स्थानीय पुलिस और प्रवर्तन एजेंसियों के साथ भी समन्वय कर रहा है। अधिकारियों ने संकेत दिया कि निगरानी बढ़ने के साथ आने वाले दिनों में और भी ज़ब्ती और दंडात्मक कार्रवाई हो सकती है

 
													
 
											 
											 
											 
											 
											