पटना, 16 मार्च । बिहार में लोकसभा चुनाव को लेकर चुनाव आयोग ने लगभग सारी तैयारियां पूरी कर ली है। आयोग इस चुनाव में मतदान प्रतिशत को बढ़ाने की पूरी कोशिश कर रहा है। बिहार में राजनीतिक दलों की नजर भले ही युवा मतदाताओं पर है, लेकिन यहां 100 वर्ष या उससे ज्यादा उम्र के मतदाताओं की संख्या भी 21 हजार से ज्यादा है।
निर्वाचन आयोग ने इस लोकसभा चुनाव में 85 साल से अधिक उम्र के मतदाताओं के लिए घर जाकर वोट लेने की योजना बनाई है। बिहार निर्वाचन विभाग के मुताबिक, प्रदेश में कुल मतदाताओं की संख्या 7.64 करोड़ है। इनमें 4 करोड़ पुरुष, 3.64 करोड़ महिलाएं और 2,290 थर्ड जेंडर हैं। 6 लाख 30 हजार मतदाता दिव्यांग हैं। 14 लाख 50 हजार सीनियर सिटीजन हैं, जिसमें से 21,680 मतदाता सौ या उससे अधिक आयु के हैं। 1 लाख 68 हजार सर्विस वोटर हैं।
उम्र के हिसाब से देखें तो राज्य में 9.26 लाख मतदाता पहली बार मतदान के लिए तैयार हैं, जिनकी उम्र 18 से 19 वर्ष के बीच है। प्रदेश में 1.06 करोड़ मतदाताओं की उम्र 20 से 29 साल है। बिहार में कई क्षेत्रों में लिंगानुपात बढ़ा है।
निर्वाचन आयोग के अधिकारी बताते हैं कि राज्य मतदाता लिंगानुपात 2024 में बढ़ कर 909 हो गया है, जो 2019 में 892 था। गौर करने वाली बात है कि 243 विधानसभा क्षेत्रों में से 117 विधानसभा क्षेत्र में लिंगानुपात 909 से भी अधिक है। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर राज्य में 77 हजार से अधिक बूथों का गठन किया गया है। इनमें 11,061 बूथ शहरी क्षेत्रों में बनाए गए हैं। जबकि, राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में 66,331 बूथ बनाए गए हैं।
बताया गया कि पिछले विधानसभा चुनाव से इस बार बूथों की संख्या में वृद्धि की गई है। बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के अनुसार इस बार 40 हजार बूथों पर लोकसभा चुनाव के लिए मतदान के दौरान लाइव वेबकास्टिंग की जाएगी। इससे पहले केवल मतदान केंद्रों से वीडियो ही दिखाई जाती थी, लेकिन इस चुनाव में वीडियो के साथ ऑडियो भी सुनने की व्यवस्था होगी।
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