शिमला, 23 जुलाई मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज कहा कि उनकी सरकार जनता और विपक्ष के सहयोग से राज्य के विकास के लिए काम करना चाहती है। उन्होंने दावा किया, “पिछले 18 महीनों में गंभीर चुनौतियों और कठिन वित्तीय स्थिति के बावजूद हमारी सरकार ने 28,000 नौकरियां पैदा कीं, जबकि पिछली भाजपा सरकार ने अपने पांच साल के कार्यकाल के दौरान केवल 20,000 नौकरियां ही प्रदान की थीं।”
सुखू ने यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि इनमें से कई नियुक्तियों को सुप्रीम कोर्ट के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय में भी चुनौती दी गई थी। उन्होंने कहा, “हमारी सरकार ने इन मामलों का निपटारा करवाया और जल्द ही सफल उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र दिए जाएंगे।”
सुखू ने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में राज्य की वित्तीय सेहत में 20 प्रतिशत सुधार हुआ है, लेकिन फिर भी स्थिति चिंताजनक है। उन्होंने कहा, “भाजपा सरकार ने विकास के नाम पर कर्ज लिया, लेकिन उसे जनमंच जैसे कार्यक्रमों पर बर्बाद कर दिया और अब हमें पिछले कर्जों को चुकाने के लिए कर्ज लेने पर मजबूर होना पड़ रहा है।”
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार फिजूलखर्ची में कटौती करके राज्य की वित्तीय सेहत सुधारने के लिए अथक प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा, “हमें राज्य के व्यापक हित में फिजूलखर्ची में कटौती जैसे कुछ कठोर फैसले लेने पड़ सकते हैं।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की जनता ने नौ विधानसभा उपचुनावों में से छः में कांग्रेस को विजय दिलाकर हिमाचल प्रदेश में लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित सरकार को अस्थिर करने के भाजपा के प्रयासों का मुंहतोड़ जवाब दिया है।
सुखू ने कहा कि हिमाचल की जनता ने उपचुनाव में भाजपा को नकार दिया है। उन्होंने कहा, “लोगों ने 2022 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 40 सीटें दी थीं और अब हम फिर से उसी नंबर पर हैं। लोगों ने भाजपा की राजनीतिक साजिश को समझ लिया है और कांग्रेस को वोट दिया है।”
उन्होंने राज्य में त्वरित और समान विकास सुनिश्चित करने के लिए भाजपा से रचनात्मक सहयोग मांगा। उन्होंने कहा, “उपचुनावों के लिए आदर्श आचार संहिता लागू होने के कारण हमने लगभग चार कीमती महीने खो दिए, जिसके परिणामस्वरूप विकास कार्यों में देरी हुई। हमने पिछले साल भी अभूतपूर्व भारी बारिश के कारण हुए विनाश के कारण चार महीने खो दिए थे।”
सुक्खू ने कहा कि उनकी सरकार 2027 तक हिमाचल को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में अथक प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा, “भाजपा को नकारात्मक राजनीति से दूर रहना चाहिए और विशेष वित्तीय पैकेज के लिए हिमाचल की अपील का समर्थन करना चाहिए और उसे उसका वैध अधिकार दिलाने में मदद करनी चाहिए।”