राजपीपला/ गुजरात, 27 अगस्त। नर्मदा बांध के अपस्ट्रीम में लगातार हो रही बारिश और ओंकारेश्वर बांध से छोड़े जा रहे पानी के कारण सरदार सरोवर बांध का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। इसके कारण रविवार रात सरदार सरोवर बांध के 15 गेट 2.85 मीटर तक खोल दिए गए।
अपस्ट्रीम से पानी की आवक लगातार बढ़ने के कारण सोमवार दोपहर एक बजे आठ और गेट खोले गए। इस प्रकार अब तक 2.2 मीटर के 23 गेट खोले गए। इससे बांध के निचले क्षेत्र में 3.95 लाख क्यूसेक पानी बह रहा है।
वर्तमान में नर्मदा बांध के अपस्ट्रीम में 368475 क्यूसेक पानी की आवक हो रही है। इसलिए रिवर बेड पावर स्टेशन (आरबीपीएच) की छह मशीनों और सरदार सरोवर बांध के 23 गेटों के संचालन के कारण 3,95,000 क्यूसेक पानी नर्मदा नदी में छोड़ा जा रहा है।
जिला कलेक्टर एस.के.मोदी ने जिले के नागरिकों से अपील करते हुए कहा है कि नर्मदा नदी में छोड़े जा रहे पानी की मात्रा फिलहाल कम है, इसलिए किसी को घबराने की जरूरत नहीं है। लेकिन लगातार हो रही बारिश से सभी को सावधान रहने की जरूरत है।
लोगों से अनुरोध किया गया कि जलभराव की स्थिति में शीघ्रता से पानी निकालने का प्रयास करें तथा आवश्यकता पड़ने पर जिला आपदा प्रबंधन के नियंत्रण कक्ष से संपर्क करें।
नर्मदा बांध से पानी छोड़े जाने के कारण नांदोद तालुक के सिसोदरा, भादम, मांगरोल, गुवार, रामपुरा, राजपिपला, ओरी, नवापुरा, धमनाचा, धनपोर, भचरवाड़ा, हजारपुरा, शेहराव, वराछा, पोइचा, रुंध गांव प्रभावित हैं।
सरदार सरोवर बांध के निचले इलाकों में किसी भी दुर्घटना या जनहानि से बचने के लिए जिला प्रशासन द्वारा आवश्यक सुरक्षा उपाय किये जा रहे हैं। जिला आपदा प्रबंधन बोर्ड द्वारा बाढ़ की स्थिति पर नजर रखी जा रही है।