जम्मू, 27 जुलाई। 27 जून को शुरू हुई अमरनाथ यात्रा शांतिपूर्ण ढंग से आगे बढ़ रही है। पिछले 28 दिनों में 4.4 लाख से अधिक यात्रियों ने अमरनाथ यात्रा की है। शनिवार को 1,771 तीर्थयात्रियों का एक और जत्था जम्मू से कश्मीर घाटी के लिए रवाना हुआ।
श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) के अधिकारियों ने कहा कि 29 जून को यात्रा शुरू होने के बाद से पिछले 28 दिनों में 4.40 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने पवित्र गुफा मंदिर के अंदर दर्शन किए। शुक्रवार को 8 हजार से ज्यादा यात्रियों ने मंदिर के अंदर दर्शन किये।
शनिवार को 1,771 यात्रियों का एक और जत्था जम्मू के भगवती नगर यात्री निवास से तड़के 3:25 बजे दो सुरक्षा काफिलों में घाटी के लिए रवाना हुआ।
अधिकारियों ने बताया, “पहला काफिला 772 यात्रियों को लेकर 30 वाहनों के सुरक्षा काफिले में उत्तरी कश्मीर के बालटाल आधार शिविर के लिए रवाना हुआ। जबकि 999 यात्रियों को लेकर 33 वाहनों का दूसरा सुरक्षा काफिला दक्षिण कश्मीर के नुनवान (पहलगाम) बेस कैंप के लिए रवाना हुआ।”
गुफा मंदिर में बर्फ की एक संरचना है जो चंद्रमा के चरणों के साथ घटती-बढ़ती रहती है। भक्तों का मानना है कि यह बर्फ की संरचना भगवान शिव की पौराणिक शक्तियों का प्रतीक है।
यह गुफा कश्मीर हिमालय में समुद्र तल से 3,888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। भक्त या तो पारंपरिक दक्षिण कश्मीर पहलगाम मार्ग से या फिर उत्तर कश्मीर बालटाल मार्ग से गुफा मंदिर तक पहुंचते हैं।
पारंपरिक पहलगाम गुफा मंदिर मार्ग 48 किलोमीटर लंबा है। जिससे बाबा बर्फानी तक पहुंचने में 4 से 5 दिन लग जाते हैं। दूसरा मार्ग बालटाल का है। ये 14 किलोमीटर लंबा है। इस मार्ग का चयन करने वाले लोग ‘दर्शन’ करने के बाद उसी दिन आधार शिविर लौट आते हैं।
इस वर्ष की यात्रा 52 दिनों के बाद 19 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा और रक्षाबंधन त्योहार के साथ संपन्न होगी।
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