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झज्जर में 42% अभ्यर्थियों ने छोड़ी नीट-यूजी पुन: परीक्षा

42% candidates left NEET-UG re-examination in Jhajjar

रोहतक, 23 जून रविवार को झज्जर शहर में दो केंद्रों – केंद्रीय विद्यालय और डीएवी पब्लिक स्कूल – पर आयोजित राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश (नीट)-यूजी परीक्षा की पुनर्परीक्षा पर अनियमितताओं के आरोपों की छाया रही, क्योंकि लगभग 42 प्रतिशत उम्मीदवार अनुपस्थित रहे। हालांकि, केंद्रों में किसी भी बाहरी हस्तक्षेप को रोकने के लिए कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए थे।

सूत्रों के अनुसार, दोनों परीक्षा केंद्रों पर कुल 494 उम्मीदवारों में से 287 ने दोबारा परीक्षा दी, जबकि 207 अनुपस्थित रहे। 5 मई को आयोजित पिछली परीक्षा के दौरान समय की हानि की भरपाई के लिए राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) द्वारा अनुग्रह अंक दिए गए उम्मीदवारों के लिए दोबारा परीक्षा आयोजित की गई थी।

उस दिन झज्जर जिले के बहादुरगढ़ कस्बे में स्थापित तीन परीक्षा केंद्रों में से दो पर NEET-UG परीक्षा के लिए गलत कोड वाले पेपर वितरित किए गए थे। दोनों केंद्रों पर पेपर बदलने की प्रक्रिया में कथित तौर पर लगभग आधे घंटे का समय बर्बाद हुआ, लेकिन कथित तौर पर एक केंद्र के उम्मीदवारों को ग्रेस मार्क्स दिए गए जबकि दूसरे केंद्र के उम्मीदवारों को उनसे वंचित कर दिया गया।

बाद में, सुप्रीम कोर्ट ने परीक्षा में अनियमितताओं का आरोप लगाने वाली याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए देशभर में NEET-UG के 1,563 ऐसे उम्मीदवारों को दिए गए ग्रेस मार्क्स वापस लेने और दोबारा परीक्षा लेने के निर्देश जारी किए थे। बहादुरगढ़ के एक परीक्षा केंद्र में शामिल हुए छह उम्मीदवारों ने ग्रेस मार्क्स के साथ 100 प्रतिशत या उसके करीब अंक हासिल किए थे।

इससे पहले झज्जर के डिप्टी कमिश्नर शक्ति सिंह ने भी परीक्षा केंद्रों का दौरा कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि परीक्षा में किसी भी तरह के बाहरी हस्तक्षेप की संभावना को रोकने के लिए दोनों केंद्रों के अंदर और बाहर पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।

डीसी ने कहा, “केवल परीक्षार्थियों और परीक्षा ड्यूटी पर मौजूद लोगों को ही केंद्र में प्रवेश की अनुमति दी गई थी। एनटीए ने अपने कर्मचारियों को वहां तैनात किया है, जबकि जिला प्रशासन ने पीने के पानी और निर्बाध बिजली आपूर्ति की व्यवस्था की है।” जिन छात्रों की परीक्षा अच्छी नहीं हुई, उनमें से कुछ ने कहा कि अधिकारियों को उन्हें तैयारी के लिए और समय देना चाहिए।

वहीं जिन अभ्यर्थियों की परीक्षा अच्छी रही, उनका कहना है कि इस बार परीक्षा आसान थी और परीक्षा केंद्र पर समुचित व्यवस्था की गई थी। कुछ अभ्यर्थियों को उम्मीद है कि इस बार भी उन्हें अच्छे अंक मिलेंगे।

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