न्यूयॉर्क, देश की प्रमुख ऊर्जा और रासायनिक फर्म सहित पांच सरकारी स्वामित्व वाली चीनी कंपनियों ने अगस्त के अंत तक न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज (एनवाईएसई) से असूचीबद्ध होने का विकल्प चुना है। सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार को जारी अलग-अलग बयानों में, चाइना लाइफ इंश्योरेंस, पेट्रो चाइना, सिनोपेक, एल्युमिनियम कॉर्पोरेशन ऑफ चाइना और सिनोपेक शंघाई पेट्रोकेमिकल ने कहा कि उन्होंने एनवाईएसई को अधिसूचित कर डीलिस्टिंग के लिए आवेदन किया था।
कंपनियों ने डीलिस्टिंग के पीछे अमेरिका में कम कारोबार और उच्च प्रशासनिक बोझ और लागत का हवाला दिया।
चीन की सिक्योरिटीज वॉचडॉग, चाइना सिक्योरिटीज रेगुलेटरी कमीशन ने शुक्रवार को कहा कि वह स्थिति से अवगत है और कंपनियों के लिए किसी भी बाजार से सूचीबद्ध होना या हटना सामान्य बात है।
उन्होंने कहा, “हम विदेशी नियामक संस्थानों के संपर्क में रहेंगे और निवेशकों के अधिकारों की रक्षा करेंगे।”
सीएनएन ने बताया कि यह खबर तब आई है जब सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन ने चीनी कंपनियों के ऑडिट की जांच बढ़ा दी है।
अगर कंपनियां अमेरिकी वॉचडॉग को लगातार तीन वर्षो तक अपने वित्तीय ऑडिट का निरीक्षण करने की अनुमति देने में विफल रहती हैं, तो आयोग उनको स्टॉक एक्सचेंज से बाहर कर सकता है।
चीन ने अपनी फर्मो के अमेरिकी ऑडिट को खारिज कर दिया है।
संशोधन अमेरिकी नियामकों को न्यूयॉर्क में सूचीबद्ध चीनी कंपनियों की ऑडिट रिपोर्ट का निरीक्षण करने की अनुमति दे सकता है।
फिर भी, अलीबाबा जैसी कंपनियां अमेरिकी पूंजी बाजार तक सीधे पहुंच के संभावित नुकसान की तैयारी के लिए कदम उठा रही हैं।