पानीपत पुलिस ने दो किशोरों सहित पांच लोगों की गिरफ्तारी के साथ एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जिन्होंने शहर के कुटानी रोड पर एसबीआई बैंक के एटीएम को तोड़ने का प्रयास किया था।
आरोपियों की पहचान बाबरपुर निवासी सूरज, शिमला मुलाना निवासी करण और भारत नगर निवासी आशु उर्फ बादल के रूप में हुई है। आरोपियों ने करनाल के घरौंडा में यूको बैंक की दीवार तोड़कर और एक मोबाइल शॉप में चोरी की वारदात को भी कबूल किया है।
डीएसपी सतीश वत्स ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि जब आरोपियों ने 2 और 3 जून की मध्य रात्रि को कुटानी रोड स्थित एसबीआई एटीएम को तोड़ने का प्रयास किया तो बैंक की मुख्य शाखा में अलार्म बज उठा।
कंट्रोल रूम से सूचना मिलने पर गश्त पर निकली ईआरवी डायल 112 व राइडर की टीम मौके पर पहुंची। जैसे ही पुलिस टीम ने शटर खोला तो देखा कि चार युवक लोहे की रॉड से एटीएम तोड़ने की कोशिश कर रहे थे।
आरोपियों ने टीम पर हमला कर दिया, जिसमें दो पुलिसकर्मी – एसपीओ मनोज और होमगार्ड सोलिया – घायल हो गए। एएसआई नरेंद्र ने उनमें से एक को पकड़ लिया, जिसने एएसआई नरेंद्र को घायल कर दिया और मौके से भागने में कामयाब हो गया। किला पुलिस ने एएसआई नरेंद्र की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है।
घटना का कड़ा संज्ञान लेते हुए एसपी भूपेंद्र सिंह ने मामले की जांच सीआईए-2 प्रभारी इंस्पेक्टर फूल कुमार व उनकी टीम को सौंपी। सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने गुरुवार शाम बाबरपुर मंडी से एक नाबालिग समेत चार आरोपियों को काबू कर लिया।
प्रारंभिक जांच के दौरान आरोपियों ने अपने एक और साथी का नाम भी बताया। डीएसपी वत्स ने बताया कि टीम ने शुक्रवार सुबह आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया और वह भी नाबालिग निकला।
आरोपियों का आपराधिक रिकॉर्ड रहा है। आशु के खिलाफ पहले से ही एक स्नैचिंग का मामला दर्ज है, सूरज के खिलाफ दो आपराधिक मामले, करण के खिलाफ पांच मामले और एक किशोर के खिलाफ दो मामले दर्ज हैं। तीनों आरोपी करीब दो महीने पहले जमानत पर रिहा हुए थे। हालांकि, उन्होंने शॉर्टकट के जरिए पैसे कमाने के लिए फिर से आपराधिक गतिविधियां शुरू कर दीं, डीएसपी ने कहा।
शुक्रवार को दोनों आरोपियों को किशोर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें अंबाला और करनाल जिले के मधुबन स्थित किशोर सुधार गृह भेज दिया गया। डीएसपी ने बताया कि तीनों आरोपियों को भी न्यायालय में पेश किया गया, जहां से आशु को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया, जबकि करण और सूरज को तीन दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया।