शिमला, 5 अगस्त शिमला, कुल्लू और मंडी जिलों में अचानक आई बाढ़ के बाद 53 लोगों के लापता होने के चार दिन बाद आज पांच और शव बरामद किए गए – राजबन में दो, सुन्नी में एक और रामपुर में दो। अब तक कुल 13 शव बरामद किए जा चुके हैं। नौ शवों की पहचान हो चुकी है, जबकि शिमला में बरामद चार शवों की पहचान अभी नहीं हो पाई है।
राष्ट्रीय आपदा मांग का अध्ययन किया जाएगा: राज्य मंत्री
वायनाड: केंद्रीय राज्य मंत्री सुरेश गोपी ने रविवार को कहा कि केंद्र सरकार केरल के वायनाड जिले में हुए भूस्खलन को राष्ट्रीय आपदा के रूप में वर्गीकृत करने की विभिन्न क्षेत्रों से उठ रही मांग की वैधता की जांच करेगी। इस भूस्खलन में सैकड़ों लोग मारे गए थे।
शिमला के एसपी संजीव गांधी ने कहा, “हमने चार शव बरामद किए हैं, लेकिन इनकी पहचान अभी नहीं हो पाई है।” राजबन में बरामद शवों की पहचान एक लापता महिला और उसके नवजात बच्चे के रूप में हुई है, जबकि सुन्नी में बरामद महिला के शव की पहचान अभी नहीं हो पाई है। साथ ही, यह भी पता नहीं चल पाया है कि महिला शिमला के समेज में आई बाढ़ की शिकार है या नहीं। रविवार सुबह सुन्नी में बांध के किनारे स्थानीय लोगों ने शव देखा। शिमला के डिप्टी कमिश्नर अनुपम कश्यप ने कहा कि शव की पहचान के प्रयास जारी हैं।
समेज में तलाशी अभियान चला रही बचाव टीमों को लगता है कि गांव से लापता हुए ज्यादातर शव सतलुज या सुन्नी में बांध से बरामद किए जाएंगे, क्योंकि लापता लोग पूरी संभावना के साथ बाढ़ के पानी में बहकर सतलुज में चले गए होंगे। — टीएनएस