फ़रीदाबाद, 20 अक्टूबर
ट्रैफिक पुलिस विभाग ने शहर के सभी ऑटो-रिक्शा को एक विशिष्ट आईडी प्रदान करने के अपने अभियान के तहत 5,000 से अधिक तिपहिया वाहनों को कवर किया है।
विभाग ने कथित तौर पर अब तक लगभग 5,345 वाहनों को कवर किया है और इसका लक्ष्य शहर के सभी ऑटो-रिक्शा को कवर करना है।
एसीपी (यातायात) विनोद कुमार ने कहा, “इस अभियान में सभी ऑटो-रिक्शा को अद्वितीय आईडी प्रदान करने का प्रस्ताव है, जो 15,000 से 20,000 के बीच होने की उम्मीद है।” अभियान के तहत, चालक, वाहन मालिक और उनके आधार, संपर्क और पंजीकरण संख्या की पहचान सहित सभी प्रासंगिक विवरण एकत्र किए जा रहे हैं और वाहनों पर एक ‘विशेष’ प्लेट पर प्रदर्शित किए जाएंगे।
कुमार ने कहा कि अद्वितीय आईडी प्लेट प्रदान करने के लिए विक्रेता द्वारा न्यूनतम 200 रुपये का शुल्क लिया जा रहा है, जिससे निगरानी में आसानी होगी और स्थानीय परिवहन सेवाओं में लगे व्यक्तियों द्वारा किए गए अपराधों को कम करने में मदद मिलेगी।
सड़क सुरक्षा संगठन के समन्वयक एसके शर्मा ने कहा कि ऐसे वाहनों की संख्या अधिकारियों की धारणा से कहीं अधिक हो सकती है। इसके अलावा, इस अभियान को और अधिक व्यापक बनाने की आवश्यकता है क्योंकि अधिकांश ऑटो-रिक्शा चालकों के पास वाहन नहीं हैं।
ऑटो-रिक्शा चालकों के एक स्थानीय संघ के सदस्य जितेश कुमार ने कहा कि कई वाहन मालिकों और ड्राइवरों ने शुल्क का भुगतान किया है लेकिन अब तक उन्हें आईडी प्लेट नहीं मिली हैं। उन्होंने कहा कि शहर में ऐसे 30,000 से अधिक तिपहिया वाहन हैं।