चंडीगढ़, 4 जून, 2025: राज्य में किए जाने वाले पौधरोपण पर विशेष फोकस करते हुए वन एवं वन्य जीव संरक्षण मंत्री लाल चंद कटारूचक ने सेक्टर 68 स्थित वन परिसर में समीक्षा बैठक के दौरान पौधरोपण के उचित रख-रखाव पर जोर दिया।
मंत्री को बताया गया कि विभाग की विभिन्न योजनाओं के तहत करीब 60 लाख पौधे लगाए जाएंगे। इस साल राज्य में पौधारोपण का काम पहली जुलाई से शुरू होगा।
इसके अलावा, इस वर्ष 382 नानक बगीचियां और 52 पवित्तर वन लगाए जाएंगे, इसके अलावा 331 हेक्टेयर में संस्थागत पौधारोपण भी किया जाएगा।
ट्यूबवेलों के आसपास पौधारोपण के बारे में मंत्री को बताया गया कि राज्य में 13.66 लाख ट्यूबवेलों में से लगभग 94 प्रतिशत पर पौधे लगाए जा चुके हैं।
मंत्री ने इस बात की सराहना की कि विभाग द्वारा चंडीगढ़-फगवाड़ा रोड पर असाधारण पौधारोपण कार्य किया गया है तथा उन्होंने अधिकारियों को लुधियाना-चंडीगढ़ रोड पर भी इसी तरह का कार्य करने पर ध्यान केन्द्रित करने के लिए प्रेरित किया।
इसके अलावा मंत्री ने यह भी निर्देश दिया कि जहां भी पौधे लगाए गए हैं, वहां से मृत पौधों को हटाकर उनकी जगह नए पौधे लगाए जाएं। श्री कटारूचक ने कहा कि जहां भी पौधारोपण किया गया है, वह दिखाई देना चाहिए।
मंत्री ने अधिकारियों को सभी चल रही योजनाओं को समय पर पूरा करने तथा वृक्षारोपण योजनाओं में लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए।
इस अवसर पर वन एवं वन्यजीव संरक्षण विभाग के सचिव प्रियांक भारती, प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन बल प्रमुख) धर्मेंद्र शर्मा, एपीसीसीएफ सह सीईओ पनकाम्पा सौरव गुप्ता, एपीसीसीएफ (प्रशासन) बसंत राज कुमार, सीसीएफ (हिल्स) निधि श्रीवास्तव, सीसीएफ वन्यजीव सागर सेतिया, सीएफ शिवालिक सर्कल श्री कन्नन और डीएफओ मोहाली कंवरदीप सिंह और अन्य डीएफओ उपस्थित थे।