जीरकपुर में आज शाम आई धूल भरी आंधी के कारण अलग-अलग घटनाओं में तीन यूनीपोल गिर गए, जिससे सात कारें क्षतिग्रस्त हो गईं।
ट्राइसिटी में आए तूफ़ान और बारिश के कारण ऑक्सफ़ोर्ड स्ट्रीट की पार्किंग में 40 फ़ीट ऊंचा एक यूनीपोल दो हिस्सों में टूट गया और पाँच वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। इस दुर्घटना में कोई घायल नहीं हुआ, लेकिन इसने 13 मई को घाटकोपर बिलबोर्ड गिरने की घटना की यादें ताज़ा कर दीं। मुंबई में तेज़ हवाओं और बेमौसम बारिश के कारण एक विशालकाय होर्डिंग के पेट्रोल पंप पर गिर जाने से 17 लोगों की मौत हो गई थी और 75 लोग घायल हो गए थे। धूल भरी आंधी शाम करीब 4.30 बजे जीरकपुर पहुँची और करीब 15 मिनट तक चली। देर शाम तक तेज़ हवाएँ ट्राइसिटी को नुकसान पहुँचाती रहीं।
ऑक्सफोर्ड स्ट्रीट में ‘रॉयल एस्टेट ग्रुप’ का विज्ञापन करने वाला ऊंचा यूनीपोल जीरकपुर-अंबाला राष्ट्रीय राजमार्ग पर चटनी हाउस नामक रेस्तरां के पास खड़े वाहनों पर जोरदार धमाके के साथ गिर गया।
बोर्ड के पास से गुजर रहे राहगीर सुरक्षित स्थान पर भाग गए। घटना के बाद इलाके में भारी भीड़ जमा हो गई।
क्षतिग्रस्त वाहन के मालिक आदित्य ने कहा, “यहां रहने वालों की जान-माल की सुरक्षा के लिए कौन जिम्मेदार है? कौन जांच करेगा कि उन्होंने जो होर्डिंग लगाई है, उससे यहां आने वाले लोगों को कोई खतरा तो नहीं है? मुझे नहीं पता कि मेरे नुकसान की भरपाई कौन करेगा। मैं शाम 4.30 बजे यहां कार पार्क करके किसी काम से चला गया था। जब मैं शाम 6 बजे यहां पहुंचा तो देखा कि कार क्षतिग्रस्त हो चुकी है।”
दूसरी घटना में वीआईपी रोड पर हाई स्ट्रीट में एक यूनीपोल दो खड़ी कारों पर गिर गया। तीसरी घटना में एक यूनीपोल बिजली के तारों को तोड़ता हुआ नीचे गिर गया। इलाके में घंटों बिजली आपूर्ति बाधित रही।
स्थानीय निवासियों ने कहा कि मोहाली जिले के शहरी क्षेत्रों में बड़ी संख्या में विशालकाय यूनीपोल और होर्डिंग्स हैं, जिनकी संरचनात्मक स्थिरता, डिजाइन और गुणवत्ता की जांच की जानी चाहिए, क्योंकि इससे जान-माल की हानि होने का डर है।
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