धर्मशाला, 21 जुलाई कांगड़ा के 80 प्रतिशत निवासियों के लिए आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाते (एबीएचए) बनाए गए हैं। भारत सरकार की इस योजना के तहत देश के सभी नागरिकों के स्वास्थ्य डेटा का डिजिटलीकरण किया जा रहा है। यह बात कांगड़ा के सीएमओ डॉ. राजेश गुलेरी ने द ट्रिब्यून से बातचीत में कही।
उन्होंने कहा कि जिले के शेष 20 प्रतिशत निवासियों के भी आभा कार्ड शीघ्र ही बनाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि शेष लोगों के स्वास्थ्य कार्ड बनाने में देरी इसलिए हुई क्योंकि तकनीकी कारणों से उनके आधार कार्ड का ऑनलाइन सत्यापन नहीं हो पाया था।
उन्होंने बताया कि इन लोगों में दूर-दराज के क्षेत्रों के निवासी भी शामिल हैं, जहां इंटरनेट कनेक्टिविटी खराब है। कल यहां आईं स्वास्थ्य सचिव एम सुधा ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को सभी जिलों के सभी नागरिकों के लिए अभा पहचान पत्र बनाने के लिए प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिए थे।
उन्होंने स्वास्थ्य अधिकारियों से मेडिकल कॉलेजों में अभा आईडी पर्चियां बनाने के लिए पहल करने को कहा, ताकि सभी नागरिक अभा आईडी कार्ड से लाभान्वित हो सकें।