बेंगलुरु, 31 मई । कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने शुक्रवार को मांग की कि विशेष जांच दल (एसआईटी) को प्रज्वल रेवन्ना के मामले की गहन जांच करनी चाहिए।
पूर्व सीएम ने कहा कि प्रज्वल रेवन्ना ने कानूनी तरीके से पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया है। लोग मांग कर रहे हैं कि एसआईटी को गहन जांच करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि इस मामले ने इस बात पर बहस छेड़ दी है कि यह स्कैंडल कैसे उजागर हुआ। कौन इसे दुष्प्रचार में बदलना चाहता था। पेन ड्राइव किसके पास थी। क्यों सेलेक्टेड लोगों को गिरफ्तार किया गया?
पूर्व सीएम बोम्मई ने कहा, “राजनीतिक मंशा स्पष्ट है। कानून के अनुसार, पेन ड्राइव वितरित करना कानून के खिलाफ है। एसआईटी को यह भी देखना चाहिए कि इन पेन ड्राइव को किसने वितरित किया।”
इस बीच प्रज्वल रेवन्ना का मोबाइल और बैगेज विशेष जांच दल (एसआईटी) ने जब्त कर लिया है। पूरे घटनाक्रम को समझने के लिए उन्हें हासन स्थित उनके घर भी ले जाया जाएगा जहां कथित तौर पर अपराध हुआ था।
रेवन्ना को भारत आते ही गुरुवार-शुक्रवार की रात बेंगलुरु हवाई अड्डे पर गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी के बाद मामले की जांच के लिए गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) शुक्रवार तड़के उन्हें बेंगलुरु में सीआईडी परिसर स्थित अपने कार्यालय लेकर गई।
म्यूनिख से आई लुफ्थांसा एयरलाइंस की फ्लाइट एलएच764 को बेंगलुरु हवाई अड्डे पर उतरते ही केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के जवानों ने घेर लिया। उन्होंने इमिग्रेशन की औपचारिकताएं पूरी करने के बाद हासन सांसद को एसआईटी के हवाले कर दिया।
पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के पोते रेवन्ना, कथित सेक्स वीडियो सामने आने के बाद 26 अप्रैल को देश छोड़कर चले गये थे। उनके खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट, लुक आउट नोटिस और ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी किये गये थे।
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