चंबा, 12 जून चंबा के उपायुक्त मुकेश रेपसवाल ने 15 जून से शुरू हो रहे सघन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा (आईडीसीएफ) अभियान के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए तैयारियों का आकलन करने के लिए आज संबंधित विभागों की बैठक बुलाई। रेपसवाल ने कहा कि जिले में अभियान के पहले चरण में पांच वर्ष से कम आयु के 53,708 बच्चों को जिंक की गोलियां और ओआरएस के पैकेट वितरित करने का लक्ष्य है।
स्वास्थ्य विभाग की कार्ययोजना की समीक्षा के दौरान रेपसवाल ने अभियान के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए शहरी मलिन बस्तियों, एएनएम विहीन स्वास्थ्य उपकेन्द्रों, प्रवासी आबादी तथा सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों को प्राथमिकता देने पर जोर दिया। उन्होंने अभियान के उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों को समन्वित कार्य व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
डीसी ने जल शक्ति विभाग के अधिकारियों को सभी जल स्रोतों की समय पर सफाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि पेयजल आपूर्ति पाइप सीवेज से दूषित न हों।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. विशाल महाजन ने बताया कि अभियान के पहले चरण के लिए जिले के सभी स्वास्थ्य उपखंडों में पर्याप्त मात्रा में जिंक की गोलियां और ओआरएस के पैकेट खरीदे जा चुके हैं। उन्होंने यह भी बताया कि दूसरे चरण के लिए जिंक की गोलियां और ओआरएस के पैकेट की आपूर्ति के आदेश पहले ही जारी कर दिए गए हैं।
बैठक की कार्यवाही का संचालन कर रहे जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जेएस भारद्वाज ने अभियान के लिए तैयार की गई कार्ययोजना की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर जिंक की गोलियां और ओआरएस के पैकेट बांटेंगी। कार्यकर्ता परिवारों को ओआरएस घोल बनाने की सही विधि और स्वच्छता एवं सफाई के महत्व के बारे में भी शिक्षित करेंगी।
बैठक में ग्रामीण विकास अभिकरण की परियोजना अधिकारी डॉ. जयवंती ठाकुर, प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक ज्ञान चंद, जल शक्ति के अधिशासी अभियंता जितेंद्र शर्मा, जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान प्रभारी डॉ. कविता बिजल्वाण, आईसीडीएस प्रभारी अमर सिंह वर्मा और जिला समन्वयक अजय कुमार उपस्थित थे।
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