नई दिल्ली, 23 जून । केंद्रीय मंत्री एस. जयशंकर और हरदीप सिंह पुरी ने रविवार को 39 साल पहले एयर इंडिया के ‘कनिष्क’ विमान में हुए बम धमाके में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी। आतंकियों ने 23 जून 1985 को एयर इंडिया के ‘कनिष्क’ विमान को निशाना बनाया था, जिसमें 300 से अधिक लोग मारे गए थे।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने एक्स पर पोस्ट किया, “आज इतिहास में आतंकवाद के सबसे बुरे कृत्यों में से एक की 39वीं वर्षगांठ है। मैं 1985 में आज ही के दिन एआई-182 ‘कनिष्क’ दुर्घटना में मारे गए 329 लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। मेरी संवेदनाएं उनके परिवारों के साथ हैं। यह घटना हमें याद दिलाती है कि आतंकवाद को कभी भी सहन नहीं किया जाना चाहिए।”
केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने भी विमान हादसे में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी।
हरदीप सिंह पुरी ने एक्स पर पोस्ट किया, “एयर इंडिया ‘कनिष्क’ उड़ान-182 के 329 पीड़ितों को मेरी श्रद्धांजलि। 23 जून 1985 को हुआ यह नृशंस बम विस्फोट भारत के खिलाफ किए गए सबसे निंदनीय आतंकवादी कृत्यों में से एक है।”
उन्होंने इस तरह के हमलों के पीछे की विचारधारा की निंदा करते हुए कहा कि इस तरह के उग्रवाद से प्रेरित कार्यों के लिए एक समझदार और सभ्य दुनिया में कोई जगह नहीं है।
कनाडा के मॉन्ट्रियल से नई दिल्ली आ रही एयर इंडिया की उड़ान-182 में 23 जून 1985 को लंदन के हीथ्रो हवाई अड्डे पर उतरने से 45 मिनट पहले विस्फोट हो गया था। चालक दल सहित विमान में सवार सभी 329 लोग मारे गये थे। मरने वालों में ज्यादातर भारतीय मूल के कनाडाई नागरिक थे।
बम विस्फोट के लिए खालिस्तान समर्थक आतंकवादियों को जिम्मेदार ठहराया गया था। ऐसा माना जाता है कि यह हमला ‘ऑपरेशन ब्लू स्टार’ के खिलाफ प्रतिक्रिया के रूप में किया गया था।
भारतीय सेना ने पंजाब के अमृतसर में स्वर्ण मंदिर के अंदर छिपे आतंकवादियों के खिलाफ 1984 में ‘ऑपरेशन ब्लू स्टार’ चलाया था।
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