सिरसा, 25 जून भारतीय किसान यूनियन (चरुणी) ने बिजली निगम के एसई कार्यालय के सामने धरना दिया। उन्होंने पुराने जले हुए ट्रांसफार्मर बदलने पर 10 प्रतिशत टैक्स तथा नए बिजली कनेक्शन के लिए नए ट्रांसफार्मर पर 20 प्रतिशत टैक्स हटाने सहित अन्य मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। किसानों ने बिजली निगम के एसडीओ को ज्ञापन सौंपकर इन नियमों में तत्काल बदलाव करने की मांग की।
भाकियू (चरुणी) के सदस्य सोमवार को सुबह 11 बजे अपनी मांगों को लेकर बिजली निगम के एसई कार्यालय पर प्रदर्शन करने के लिए एकत्र हुए।
विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व जिला प्रमुख भूपेंद्र सिंह वैदवाला ने किया, जिन्होंने निगम को सेवा प्रदाता के बजाय राजस्व-उत्पादक इकाई में बदलने के लिए सरकार की आलोचना की। उन्होंने बताया कि अगर किसी किसान के खेत का ट्रांसफॉर्मर जल जाता है, तो उसे बदलने से पहले ट्रांसफॉर्मर के केवी के आधार पर 10 प्रतिशत कर देना पड़ता है, जो 30,000 से 40,000 रुपये तक होता है। नए बिजली कनेक्शन के लिए, किसानों को नए ट्रांसफॉर्मर के लिए 20 प्रतिशत कर भी देना पड़ता है, जिससे वित्तीय बोझ बढ़ता है।
वैदवाला ने कहा कि सरकार ने 2018-19 में नए कनेक्शन देने की घोषणा की थी, लेकिन निगम की ओर से अभी तक नए कनेक्शन जारी नहीं किए गए हैं, जिससे किसानों को परेशानी हो रही है। उन्होंने मांग की कि नए कनेक्शन के साथ-साथ लो-टेंशन और हाई-टेंशन तार और बिजली मीटर भी दिए जाएं। उन्होंने लोड कम करने के लिए नए ट्रांसफार्मर लगाने की भी मांग की।
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