नूरपुर, 25 जून नूरपुर जिला पुलिस ने कल शाम उत्तराखंड के बद्रीनाथ से अंतरजिला मादक पदार्थ तस्कर गिरोह के सरगना को गिरफ्तार किया। गिरोह के तीन अन्य सदस्य भी पुलिस की गिरफ्त में हैं।
मंडी जिले का रहने वाला बलबीर सिंह 23 मई को नूरपुर पुलिस जिले के अंतर्गत जवाली पुलिस स्टेशन में एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज एक मामले में वांछित था। वह पुलिस से बचने के लिए बद्रीनाथ में एक दुकान पर काम कर रहा था।
जानकारी के अनुसार, बलबीर सिंह के बारे में कुछ सुराग मिलने के बाद पुलिस की टीमें चंडीगढ़, हरियाणा और उत्तराखंड भेजी गई थीं। आरोपी का आपराधिक इतिहास रहा है और उसे पहली बार 2016 में एक किलो से अधिक चरस के साथ गिरफ्तार किया गया था। उसे एनडीपीएस एक्ट की धारा 20 के तहत दोषी ठहराया गया था और 2019 में मंडी कोर्ट ने उसे 10 साल कैद की सजा सुनाई थी। छह साल जेल में रहने के बाद उसे पिछले अगस्त में सुप्रीम कोर्ट ने जमानत पर रिहा किया था। जेल से बाहर आने के बाद उसने फिर से नशीले पदार्थों की तस्करी शुरू कर दी।
नूरपुर के एसपी अशोक रतन ने द ट्रिब्यून को बताया कि 23 मई को जवाली पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र में एक रात नाके के दौरान पुलिस ने मंडी से जवाली इलाके में एक कार को रोका था। एसपी ने कहा, “जवाली पुलिस ने मंडी जिले के पद्दार तहसील के लोअर रोपा गांव के कार चालक रमेश कुमार को गिरफ्तार किया और उसके कब्जे से 12 ग्राम गांजा बरामद किया। एनडीपीएस अधिनियम की धारा 20, 25 और 29 के तहत आरोपी एक कूरियर था, जो जवाली इलाके में दो ड्रग तस्करों को ड्रग्स पहुंचाता था।”
कार चालक से पूछताछ के बाद पुलिस ने दो स्थानीय संदिग्ध नशा तस्करों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की, जिनकी पहचान चलवाड़ा निवासी अनुपम और जवाली उपमंडल के समलाना गांव निवासी विशाल के रूप में हुई है, जिन्हें 23 मई को सरगना बलबीर सिंह से गांजा की आपूर्ति लेनी थी। एसपी ने कहा कि मामले की गहन जांच की जा रही है।
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