सोलन, 25 जून भारत सरकार के नीति आयोग के सदस्य और आर्थिक विकास संस्थान, नई दिल्ली के अध्यक्ष रमेश चंद ने प्राकृतिक खेती के आशाजनक परिणामों की सराहना की और वैज्ञानिकों से इस पद्धति पर वैज्ञानिक डेटा तैयार करने का आग्रह किया। चंद राज्य के दौरे पर हैं, इस दौरान वे प्राकृतिक खेती से जुड़े वैज्ञानिकों और किसानों से बातचीत करेंगे।
चंद ने कल शाम डॉ. वाईएस परमार बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी का दौरा किया, जहां उन्होंने विश्वविद्यालय की प्राकृतिक खेती टीम के साथ बातचीत की।
कुलपति राजेश्वर सिंह चंदेल ने उनका स्वागत किया, जिन्होंने राज्य में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए विश्वविद्यालय की पहलों का अवलोकन प्रस्तुत किया।
चंद ने प्राकृतिक खेती पर लगातार वैज्ञानिक डेटा तैयार करने के महत्व पर जोर दिया ताकि इसे एक मजबूत वैज्ञानिक आधार प्रदान किया जा सके। उन्होंने प्राकृतिक उपज के प्रमाणीकरण और विपणन पर भी चर्चा की।
उन्होंने आज सुबह सोलन के निकट जौणाजी के शैलेन्द्र शर्मा और शिल्ली के मंदीप वर्मा के खेतों का दौरा किया। दोनों किसान कई वर्षों से प्राकृतिक खेती कर रहे हैं।
शैलेन्द्र ने विदेशी सब्जियों और सेब पर प्राकृतिक खेती के प्रभाव को प्रदर्शित किया, जबकि मंदीप वर्मा ने कीवी, उच्च घनत्व वाली सेब की खेती और शीतोष्ण फलों के नर्सरी उत्पादन पर इसके प्रभावों पर चर्चा की।
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