नई दिल्ली, 26 जून । दिल्ली शराब घोटाला मामले में सीबीआई ने बुधवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किया। केजरीवाल की गिरफ्तारी पर राजनीतिक बयानबाजियां तेज हो गई हैं। महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका लांबा ने इस मुद्दे पर आम आदमी को घेरा।
महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका लांबा ने कहा, कानून अपना काम कर रहा है। मुझे उम्मीद है कि कानून निष्पक्ष रूप से काम करेगा। जांच एजेंसी ईमानदारी से और जल्द से जल्द जांच करे। सत्ता में बैठे लोगों पर गंभीर आरोप हैं। इस पर राजनीति हो रही है। मैं चाहती हूं कि जल्द से जल्द निष्पक्ष जांच हो और जो भी दोषी है, उस पर कारवाई हो।
उन्होंने कहा कि ईडी, सीबीआई की जांच में अगर कुछ सामने आता है तो उसे जनता और अदालत के सामने रखना चाहिए। अरविंद केजरीवाल सत्ता में आने से पहले कांग्रेस पर भी बहुत आरोप लगाए थे, लेकिन कुछ नहीं निकला।
उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस का आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन जरूर है, लेकिन भ्रष्टाचार और जनता से जुड़े मुद्दे पर कांग्रेस उसे घेरती रहेगी।
पानी की समस्या पर केजरीवाल सरकार और जल मंत्री आतिशी को घेरते हुए उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार और मंत्री आतिशी को पानी की समस्या का हल निकालना चाहिए, लेकिन यहां सत्ता में बैठे लोग ही धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अगर सत्ता में बैठे लोग धरने पर बैठेंगे तो विपक्ष का क्या काम रह जाएगा, फिर तो बेहतर है कि आप इस्तीफा देकर विपक्ष में बैठ जाईए। आतिशी दिल्ली को पानी नहीं दे पा रही हैं, इसलिए उन्हें नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चहिए।
सदन में इमरजेंसी को लेकर ओम बिरला के निंदा प्रस्ताव पर उन्होंने कहा कि ओम बिरला भाजपा के नहीं, बल्कि सदन के स्पीकर हैं। उनसे उम्मीद है कि वह विपक्ष की आवाज को दबने नहीं देंगे। इमरजेंसी तो देश में उस वक्त भी लगी जब देश में नोटबंदी, लॉकडाउन, बिना चर्चा के कृषि कानून थोपे गए। इमरजेंसी तो उस वक्त थी जब सेना के साथ विचार किए बिना अग्निवीर योजना थोपी गई, देश में तानाशाही तो आज ज्यादा हावी है।
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