सोलन, 2 जुलाई अनाधिकृत हथियारों का बड़े पैमाने पर उपयोग बद्दी औद्योगिक क्षेत्र में बिगड़ती कानून-व्यवस्था की स्थिति की ओर इशारा कर रहा है
गत सायं थाना गांव में क्रिकेट टूर्नामेंट के दौरान जिस प्रकार से एक युवक दीदार सिंह पर उसके प्रतिद्वंद्वी गुरमीत सिंह ने सरेआम गोलियां चलाईं, उससे यह उजागर हो गया है कि बदमाशों में कानून का कोई डर नहीं है।
अपराध में दीदार पर गोली चलाने के लिए दो देशी पिस्तौल का इस्तेमाल किया गया था, लेकिन वह बाल-बाल बच गया, क्योंकि उसके सिर की ओर तान दी गई पिस्तौल से गोली नहीं चली, जबकि दूसरी पिस्तौल से गोली उसके दाहिने पैर में लग गई।
हमलावर अपनी मोटरसाइकिल से भागने में सफल रहा और उसका अभी तक पता नहीं चल पाया है। बाद में वह कुछ दूरी पर खड़ी एक कार में बैठ गया, जहां तीन लोग उसका इंतजार कर रहे थे।
पता चला है कि दीदार और गुरमीत के बीच माइनिंग और स्क्रैप के कारोबार में समान हितों के चलते दुश्मनी थी। कुछ महीने पहले गुरमीत सिंह ने दीदार सिंह को डराने के लिए हवा में फायरिंग की थी। बद्दी के डीएसपी खजाना राम ने कहा कि गुरमीत सिंह का पता लगाने के प्रयास जारी हैं।
पुलिस ने बताया कि दोनों के बीच स्क्रैप और खनन कारोबार को लेकर दुश्मनी है और सभी पहलुओं की जांच की जा रही है। निकटवर्ती नालागढ़ विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव के दौरान खुलेआम हथियारों के इस्तेमाल से क्षेत्र में कानून-व्यवस्था की स्थिति संदेह के घेरे में आ गई है।
क्षेत्र में बिगड़ती कानून व्यवस्था की स्थिति पर उंगली उठाते हुए दून विधायक रामकुमार चौधरी ने कहा कि क्षेत्र में अनधिकृत हथियारों की मौजूदगी चिंताजनक है और महीनों पहले पुलिस को सूचित किए जाने के बावजूद भी कुछ नहीं किया गया।
डीएसपी ने कहा कि इस औद्योगिक क्षेत्र में अनधिकृत हथियारों का पता लगाने के लिए जल्द ही एक विशेष अभियान शुरू किया जाएगा। पुलिस मुख्यालय से एक रिजर्व बल मांगा जाएगा और विभिन्न झुग्गी-झोपड़ियों और अन्य इलाकों में गहन अभ्यास किया जाएगा, जहां प्रवासी रहते हैं क्योंकि वे इन अनधिकृत हथियारों के प्रमुख उपयोगकर्ता पाए गए हैं।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने इसे राज्य में कानून व्यवस्था का पूरी तरह ध्वस्त होना करार देते हुए कहा, “कांग्रेस खनन, स्क्रैप, हेरोइन और शराब माफिया को संरक्षण दे रही थी और बद्दी की घटना कांग्रेस नेताओं द्वारा स्क्रैप माफिया को दिए जा रहे खुले संरक्षण का नतीजा है। गलत काम करने वालों में कानून का कोई डर नहीं है और केवल आम आदमी ही कानून से डरता है।”
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