सोलन, 3 जुलाई भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) द्वारा प्रायोजित पांच दिवसीय इनोवेशन इन साइंस परस्यूट फॉर इंस्पायर रिसर्च (आईएनएसपीआईआरई) शिविर आज सोलन स्थित शूलिनी विश्वविद्यालय में शुरू हुआ।
शिविर का उद्देश्य ग्यारहवीं और बारहवीं कक्षा के छात्रों में वैज्ञानिक जिज्ञासा को प्रेरित करना और उसका पोषण करना है। INSPIRE विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग की एक प्रमुख योजना है, जिसे युवा प्रतिभाओं को विज्ञान की ओर आकर्षित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। उद्घाटन भाषण के दौरान, विज्ञान संकाय के डीन सुनील पुरी ने छात्रों को उत्कृष्टता के लिए प्रयास करने के लिए प्रोत्साहित किया और कहा, “आप देश का भविष्य हैं। सवाल पूछें और जितना संभव हो उतना ज्ञान प्राप्त करें।”
इटरनल यूनिवर्सिटी, बारू साहिब के प्रो-वाइस चांसलर अमरीक सिंह आहलूवालिया इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। उन्होंने कहा, “यह एक दुर्लभ अवसर है और यह हर किसी के लिए उपलब्ध नहीं है। जीवन में छोटी-छोटी चीजें हमेशा नवाचार के अवसर प्रदान करती हैं।” “हमें नवाचार और विज्ञान में और अधिक सक्रिय होना चाहिए। हम नवाचार के ग्राफ पर आगे बढ़ रहे हैं, और यह शिविर सही दिशा में एक कदम है।” शूलिनी के चांसलर पीके खोसला ने कहा, “महानता प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करें और एक दिन, आप नोबेल पुरस्कार विजेता बन सकते हैं। अपना खुद का करियर पथ बनाएं और जीवन में कुछ अलग करें जिससे पैसा और प्रसिद्धि दोनों मिलें।”
जैविक एवं पर्यावरण विज्ञान स्कूल की प्रमुख रचना वर्मा ने शिविर में भाग लेने के लिए अतिथियों का धन्यवाद किया। उन्होंने प्रायोजन के लिए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के प्रति आभार व्यक्त किया।
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