मुंबई, 8 जुलाई । मानसून की पहली बारिश के बाद मुंबई में कई जगहों पर जलजमाव की समस्या देखने को मिल रही है। शिवसेना (यूबीटी) से राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने जलजमाव की समस्या के लिए राज्य की सत्ताधारी एकनाथ शिंदे सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।
राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, “मुंबई में इस साल की धुआंधार बारिश का पहला दिन है। ऐसा नहीं है कि बारिश नई आई है, ये उतनी ही है, जितनी हर साल पड़ती है।”
बीएमसी के वादों को याद दिलाकर प्रियंका चतुर्वेदी ने निशाना साधते हुए कहा, “बीएमसी ने वादे किए थे कि सारे नाले साफ हो गए हैं, ड्रेन की सफाई हो चुकी है, इसके जो भी ब्लॉक हैं हटा दिए गए हैं। डिसिल्टींग हो चुकी है। अब दिखाई पड़ रहा है कि वो सारे वादे झूठे थे। वहीं मुख्यमंत्री एक महीने पहले जाते हैं और निरीक्षण करते हैं और फोटो खिंचवाते हैं। दिखाने की कोशिश करते हैं कि वो इंचार्ज हैं और बीएमसी से काम ले रहे हैं। लेकिन पहली ही बारिश में दूध का दूध और पानी का पानी हो गया।”
उन्होंने आगे कहा कि मुंबई में बारिश के कारण अंडरपास पानी से भरे हुए हैं, ड्रेन ब्लॉक हैं, पानी बह नहीं रहा है, ट्रेनें रुकी हुई हैं। इसकी वजह से स्कूल और कॉलेज में भी छुट्टी देनी पड़ी है।
शिवसेना (यूबीटी) नेता ने आगे कहा कि डिजास्टर और रिलीफ मैनेजमेंट के जो मंत्री हैं, उनकी ट्रेन अटक गई थी, तो वो खुद पटरियों से चलते-चलते मंत्रालय की तरफ गए। इसलिए दिखाई दे रहा है कि जब आपका पूरा ध्यान सिर्फ भ्रष्टाचार और राजनीति में हो, वो भी ऐसी राजनीति जो कि जनता के खिलाफ वाली हो, जहां आपका ध्यान सिर्फ आने वाले चुनाव में लगा हो, तो आप जनता की परवाह नहीं करेंगे। जनता सेकेंडरी हो जाती है। इसी चीज को आज मुंबई ने देखा है और फिर से एक बार भुक्तभोगी बनी है।
उन्होंने कहा, इस तरह से झूठ परोसे जाते हैं, जनता का काम नहीं किया जाता है, यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। ये तो सिर्फ पहली बारिश है। अभी पूरा मानसून बचा है, कितनी बार ऐसी बारिश होगी और कितनी बार मुंबई की पूरी व्यवस्था को स्टॉप कर दिया जाएगा, यह बहुत ही शर्मनाक है और मै मानती हूं कि बीएमसी और राज्य सरकार को इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए। खास तौर पर मुख्यमंत्री जो फोटो अपॉर्चुनिटी में ज्यादा विश्वास रखते हैं। उनको जनता को बरगलाना बंद करना चाहिए।
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