नाहन, 10 जुलाई नाहन क्षेत्र में डेंगू के बढ़ते मामलों को देखते हुए सिरमौर के उपायुक्त सुमित खिमटा की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक आयोजित की गई। स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयोजित इस बैठक का उद्देश्य डेंगू के प्रसार को नियंत्रित करना तथा रोकथाम के तरीकों के बारे में लोगों को जागरूक करना था।
खिमता ने नाहन नगर परिषद को मच्छरों की आबादी को नियंत्रित करने के लिए शहर में नियमित रूप से फॉगिंग करने का निर्देश दिया। उन्होंने पांवटा साहिब और अन्य शहरी क्षेत्रों में नगर निकायों को नियमित रूप से फॉगिंग अभियान चलाने का भी निर्देश दिया। डीसी ने बताया कि जुलाई से नवंबर तक डेंगू तेजी से फैलता है। उन्होंने बताया कि जुलाई में अब तक डेंगू के 53 मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि 2022 में 852 मामले और 2023 में 1,044 मामले दर्ज किए जाएंगे।
डेंगू के बढ़ते मामलों पर चिंता जताते हुए खिमता ने सभी निवासियों से सप्ताह में एक बार “ड्राई डे” मनाने का आग्रह किया। इस दिन, लोगों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि खाली कंटेनर, फूलों के गमले, टायर और अन्य खुले पानी के भंडारण क्षेत्र सूखे और साफ हों। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सप्ताह में एक बार इन क्षेत्रों की सफाई करने से मच्छरों के प्रजनन चक्र को रोका जा सकता है, जो पानी में लगभग सात से आठ दिन तक रहता है।
खिमता ने शिक्षा विभाग को जिले के सभी स्कूलों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि छात्रों को सभाओं और अन्य गतिविधियों के दौरान स्वच्छता और डेंगू की रोकथाम के बारे में शिक्षित किया जाना चाहिए। बच्चों को अपने स्कूलों के साथ-साथ अपने घरों को भी साफ रखने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।
डीसी ने पंचायती राज संस्थाओं, स्वयं सहायता समूहों और युवा क्लबों से डेंगू की रोकथाम के प्रयासों में योगदान देने का आह्वान किया। उन्होंने डेंगू से लड़ने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में सामूहिक कार्रवाई के महत्व पर जोर दिया।
डीसी ने नाहन नगर परिषद को अमरपुर मोहल्ले में सफाई अभियान चलाने के निर्देश दिए, जहां डेंगू के सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं। उन्होंने नगर परिषद को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ मिलकर इस अभियान को चलाने और अमरपुर मोहल्ले में तुरंत फॉगिंग अभियान शुरू करने के निर्देश दिए।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अजय पाठक ने डेंगू की रोकथाम के लिए विभाग द्वारा उठाए गए विभिन्न कदमों की जानकारी दी। उन्होंने शिक्षा, बाल विकास और अन्य विभागों से भी डेंगू की रोकथाम के प्रयासों में सहयोग की अपील की।
जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. विनोद संगल ने विभाग द्वारा डेंगू की रोकथाम एवं जागरूकता अभियान के बारे में विस्तृत प्रस्तुति दी। बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी सुनील शर्मा, नाहन मेडिकल कॉलेज के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अमिताभ जैन, शिक्षा, स्वास्थ्य एवं जल विभाग के प्रतिनिधियों के अलावा रोटरी क्लब के मनीष जैन भी मौजूद थे।
प्रजनन चक्र को तोड़ने के लिए सप्ताह में एक बार “शुष्क दिन” मनाएं ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि खाली कंटेनर, फूलों के गमले, टायर और अन्य खुले पानी के भंडारण क्षेत्र सूखे और साफ हों क्षेत्रों की सफाई से मच्छरों के प्रजनन चक्र को तोड़ा जा सकता है, जिसमें पानी में लगभग सात से आठ दिन लगते हैं
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