नई दिल्ली, भारत की नजर इस बार पेरिस ओलंपिक 2024 में अपने अब तक सभी पुराने रिकॉर्ड को तोड़ने पर है। टोक्यो ओलंपिक में इतिहास रचने वाले गोल्डन ब्वाय नीरज चोपड़ा से देश की उम्मीदें इस बार भी गोल्ड की होगी, लेकिन नीरज के लिए यह राह इतनी आसान नहीं होने वाली।
भारत के स्टार जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा इस बार पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत के गोल्ड मेडल के सबसे मजबूत दावेदार हैं। ओलंपिक 2020 में जब उन्होंने भारत के लिए जैवलिन थ्रो में गोल्ड जीता था, तब से उन्हें ‘गोल्डन ब्वाय’ के रूप में भी जाना जाता है।
नीरज चोपड़ा भारत के स्टार जैवलिन थ्रो खिलाड़ी है, लेकिन पेरिस ओलंपिक में उनकी राह आसान नहीं होने वाली है। 2024 के सीजन बेस्ट के मामले में इस समय सबसे ऊपर जर्मनी के मैक्स डेहनिंग हैं, जिन्होंने इसी साल फरवरी में 90.20 मीटर दूर भाला फेंक कर सनसनी मचा दी थी। 20 साल का यह युवा एथलीट इस बार स्वर्ण पदक का प्रबल दावेदार माना जा रहा है। नीरज चोपड़ा के लाख जतन के बावजूद वो 90 मीटर के अपने टारगेट आंकड़े को हासिल नहीं कर पाए। वहीं, जूलियन वेबर ( बेस्ट 88.37) और याकूब (बेस्ट 88.65 मीटर) भी नीरज को कड़ी टक्कर देंगे।
पेरिस में होने वाले आगामी ग्रीष्मकालीन खेलों के करीब आते ही, हरियाणा का यह एथलीट एक बार फिर इतिहास रचने के लिए तैयार है। फिनलैंड में पावो नूरमी खेलों में 85.97 मीटर के प्रभावशाली थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीतने के बाद, चोपड़ा अब लगातार ओलंपिक स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय एथलीट के रूप में इतिहास रचने का लक्ष्य बना रहे हैं, ताकि वे न केवल पदक के लिए बल्कि स्वर्ण के लिए देश के सबसे मजबूत दावेदार के रूप में उभरें।
पेरिस 2024 से पहले, ओलंपिक और विश्व चैंपियन नीरज चोपड़ा तुर्किये के अंताल्या में ग्लोरिया स्पोर्ट्स एरिना में रहेंगे। यह स्टार खिलाड़ी इस शोपीस इवेंट के लिए फिनलैंड और जर्मनी में प्रशिक्षण ले रहा है।
ओलंपिक इस साल का सबसे बड़ा इवेंट है, जिसका आयोजन फ्रांस की राजधानी पेरिस में 26 जुलाई से 11 अगस्त तक होगा। भारत का प्रतिनिधित्व अलग-अलग खेलों में लगभग 120 खिलाड़ियों का दल करेगा। इस समूह में पहली बार ओलंपिक खेलने जा रहे और अनुभवी दिग्गज दोनों शामिल हैं।
2020 टोक्यो ओलंपिक में भारतीय खिलाड़ियों की ओर से ऐतिहासिक प्रदर्शन देखने को मिला था। इस बार भारतीय दल से और बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है।
2020 टोक्यो ओलंपिक में पिछली बार भारत के नाम कुल 7 मेडल रहे थे। अब तक ओलंपिक खेलों में यह भारतीय खिलाड़ियों को बेस्ट प्रदर्शन था और उन्होंने 2012 लंदन ओलंपिक का रिकॉर्ड तोड़ा था। 2012 लंदन ओलंपिक में भारत ने 6 मेडल जीते थे।
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