शिमला, 17 जुलाई राज्य की राजधानी में कुत्तों में कैनाइन डिस्टेंपर नामक वायरल बीमारी फैल रही है। लोगों को इस बीमारी के बारे में सचेत करते हुए शिमला नगर निगम (एमसी) ने सलाह दी है कि अगर कुत्तों में इस बीमारी के लक्षण दिखें तो उन्हें नजदीकी पशु चिकित्सालय ले जाएं।
उन्हें यह भी सलाह दी गई है कि यदि वे आवारा कुत्तों में इसी प्रकार के लक्षण देखें तो नगर निकाय या पशुपालन विभाग को सूचित करें। नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में आवारा और पालतू कुत्तों में कैनाइन डिस्टेंपर के मामले बढ़ रहे हैं। कैनाइन डिस्टेंपर मुख्य रूप से संक्रमित जानवर के सीधे संपर्क और हवा के संपर्क में आने से फैलता है।
वायरस प्रारंभ में प्रतिरक्षा प्रणाली की कोशिकाओं पर हमला करता है, जिससे कुत्तों की प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया कमजोर हो जाती है, और उन्हें अन्य संक्रमणों का खतरा बढ़ जाता है।
इसके लक्षणों में आंखों और नाक से स्राव, सुस्ती, उल्टी, दस्त, सिर का झुकना, चक्कर आना, दौरे और मांसपेशियों में ऐंठन शामिल हैं। चार महीने से कम उम्र के बिना टीकाकरण वाले कुत्ते और पिल्ले इस वायरस के प्रति सबसे अधिक संवेदनशील होते हैं।
शिमला नगर निगम के अनुसार, शहर में लगभग 2,500 आवारा कुत्ते हैं।
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