आप विधायकों ने हम पर ट्रांसफर और पोस्टिंग के लिए दबाव डाला, डीटीसी कर्मचारियों ने सीबीआई से कहा
नई दिल्ली, घूसखोरी के मामले में गिरफ्तार किए गए डीटीसी कर्मचारियों ने एक चौंकाने वाला खुलासा करते हुए केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से दावा किया है कि आप विधायक डीटीसी में स्थानांतरण और पोस्टिंग के लिए उन पर दबाव बनाते थे।
संपर्क करने पर सीबीआई अधिकारी इस मामले में चुप्पी साधे रहे। एक सूत्र ने आईएएनएस को बताया कि आप विधायक मुकेश अहलावत और संजीव झा ने इस संबंध में पत्र भी लिखा था।
एक सूत्र ने आईएएनएस से कहा, हम डीटीसी कर्मचारियों से पूछताछ कर रहे थे जब उन्होंने इसका खुलासा किया। कई आप विधायक हैं जिन्होंने उन पर दबाव डाला। अब तक दो नाम सामने आए हैं – मुकेश अहलावत और संजीव झा जिन्होंने डीटीसी ड्राइवरों के स्थानांतरण और पोस्टिंग के लिए पत्र लिखा था। डीटीसी कर्मचारियों ने यह दावा किया है।
सीबीआई ने बुधवार (29 जून) को डिपो मैनेजर कीर्ति बाला मलिक, सेक्टर 3 रोहिणी में तैनात डीटीसी के डिप्टी सीजीएम शकील अहमद खान, उनके पूर्व पीए सुनील, डीटीसी के सेवानिवृत्त अधिकारी महेंद्र, एक सेवानिवृत्त सहायक यातायात निरीक्षक (एटीआई) सफज्जमा और डीटीसी के एक अन्य अधिकारी जीतू को 91,000 रुपये की रिश्वत के मामले में गिरफ्तार किया।
डीटीसी में अलग-अलग राशि के अनुचित लाभ के एवज में सलाहकार की नियुक्ति के मामले में आरोपी अवैध गतिविधियों में लिप्त थे।
सीबीआई ने कहा, “जांच के दौरान, सीजीएम और डिपो मैनेजर को डीटीसी में सलाहकार के रूप में दो उम्मीदवारों की नियुक्ति के एवज में 91,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया था। रिश्वत देने वाले सहित पांच अन्य आरोपी भी पकड़े गए ।”
सीबीआई ने दिल्ली, गुरुग्राम, सोनीपत समेत कई जगहों पर आरोपियों के ठिकानों पर तलाशी अभियान भी चलाया था। उक्त सीजीएम व डिपो प्रबंधक के परिसर से 40 लाख रुपये नकद बरामद किया गया।
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