कोलकाता, 6 अगस्त । पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य के लोगों से बांग्लादेश में चल रही अशांति और सत्ता परिवर्तन के बीच शांति बनाए रखने की अपील की है।
उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार इस संबंध में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा लिए गए फैसले का समर्थन करेगी।
बांग्लादेश के घटनाक्रम पर टिप्पणी करने से इनकार करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पर प्रतिक्रिया देना विदेश मंत्रालय का काम है। भारत सरकार इस बात पर फैसला करेगी कि बांग्लादेश मुद्दे पर कैसे निपटा जाए और सभी राजनीतिक दलों के नेताओं से अपील की जाएगी कि वे भड़काऊ टिप्पणियां करने से बचें।
उन्होंने कहा, “यह दो देशों के बीच का मामला है, केंद्र सरकार जो भी फैसला लेगी हम उसका समर्थन करेंगे।”
बांग्लादेश में एक महीने से चल रहा विरोध प्रदर्शन पिछले महीने हिंसक हो गया था। सरकार विरोधी प्रदर्शन में अब तक कम से कम 300 लोग मारे जा चुके हैं।
रविवार को पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़पों में 100 से अधिक लोगों की मौत और 1,000 से अधिक लोगों के घायल होने के बाद यह घटनाक्रम हुआ।
बांग्लादेश के प्रमुख अखबार ‘द डेली स्टार’ ने बताया,” तीन सप्ताह से जारी सरकार विरोधी प्रदर्शनों में मरने वालों की संख्या 300 को पार कर गई है। नागरिक आंदोलनों के दौरान बांग्लादेश के इतिहास में यह सबसे खूनी दौर हैं।”
छात्रों के नेतृत्व वाले आंदोलन ने पिछले कई हफ्तों में प्रधानमंत्री हसीना के नेतृत्व वाली सरकार पर भारी दबाव डाला।
छात्र 1971 में खूनी गृहयुद्ध में पाकिस्तान से बांग्लादेश की आजादी के लिए लड़ने वाले स्वतंत्रता सेनानियों के रिश्तेदारों के लिए सरकारी नौकरियों में 30 प्रतिशत आरक्षण के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा आरक्षण को घटाकर पांच प्रतिशत करने के बाद, छात्र नेताओं ने विरोध प्रदर्शन रोक दिया। लेकिन भड़केे प्रदर्शनकारियों ने कहा कि सरकार ने उनके सभी नेताओं को रिहा करने के उनके आह्वान को नजरअंदाज कर दिया। उन्होंने कहा कि पीएम हसीना को पद से इस्तीफा देना चाहिए।
भारी उबाल और बवाल के बीच सोमवार को प्रधानमंत्री शेख हसीना ने न सिर्फ पद से इस्तीफा दे दिया बल्कि देश भी छोड़ दिया। वहीं बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वाकर-उज-जमान ने घोषणा की कि शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है और देश को चलाने के लिए जल्द ही अंतरिम सरकार का गठन किया जाएगा। जनरल वाकर-उज-जमान ने नागरिकों से बांग्लादेश की सेना पर भरोसा बनाए रखने का आग्रह किया और कहा कि सुरक्षा बल आने वाले दिनों में देश में शांति सुनिश्चित करेंगे।
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