शिमला, 6 अगस्त शिमला जिले के रामपुर के निकट बादल फटने से प्रभावित समेज गांव के 36 लापता व्यक्तियों के परिजनों के डीएनए नमूने लिए गए हैं, ताकि चल रहे तलाशी अभियान के दौरान मिलने वाले शवों की पहचान की जा सके। अब तक 37 व्यक्तियों के डीएनए नमूने लिए जा चुके हैं।
सरकारी प्रवक्ता के अनुसार, अब तक पांच शव बरामद किए गए हैं, जो समेज बाढ़ पीड़ितों के हो सकते हैं। सभी शवों का पोस्टमार्टम किया गया है और डीएनए सैंपल शिमला के पास जुन्गा स्थित फोरेंसिक लैब में भेजे गए हैं।
आज सुन्नी में बांध के पास से दो शव बरामद किए गए। इनमें से एक शव 14 से 17 साल की लड़की का था, जबकि दूसरा शव क्षत-विक्षत हालत में एक पुरुष का था। रविवार शाम को रामपुर के पास सतलुज से दो शव बरामद किए गए।
शिमला के डिप्टी कमिश्नर अनुपम कश्यप ने कहा, “शव क्षत-विक्षत हालत में पाए जा रहे हैं, जिससे उनकी पहचान मुश्किल हो रही है। इसलिए हमने डीएनए मिलान का फैसला किया है।”
इस बीच, लगातार पांचवें दिन जारी तलाशी अभियान में आठ एलएनटी मशीनें लगाई गईं। अभियान में खोजी कुत्तों, जीवन रक्षक उपकरणों और स्थानीय लोगों की भी मदद ली जा रही है।
समेज में नाले के दूसरी ओर तलाशी अभियान शुरू करने के लिए बिजली के खंभों को जोड़कर एक अस्थायी पुल का निर्माण किया गया।
कश्यप ने लोगों से अपील की है कि वे समेज त्रासदी के नाम पर सोशल मीडिया पर संदेशों के माध्यम से किसी भी प्रकार की आर्थिक मदद न करें। उन्होंने कहा, “इच्छुक दानकर्ता मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष में या एसडीएम, रामपुर के कार्यालय के माध्यम से योगदान कर सकते हैं।” – टीएनएस
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