फरीदाबाद, 7 अगस्त राज्य सरकार के निर्देशों के बाद, फरीदाबाद नगर निगम ने नियमित आधार पर नागरिक कचरे के निपटान के संबंध में ठेके देने के लिए नए टेंडर जारी किए हैं।
नगर निगम अब निवासियों से शुल्क वसूलेगा नगर निगम प्रशासन के सूत्रों के अनुसार, सरकार ने नगर निगम के अधिकारियों को पुराने टेंडरों के स्थान पर नए टेंडर जारी करने के निर्देश दिए थे, जो करीब दो महीने पहले जारी किए गए थे।
नए निर्देशों के अनुसार, नगर निगम को निवासियों से उपयोगकर्ता शुल्क (फीस) वसूलना होगा तथा संग्रह और निपटान के कार्य के लिए लगे ठेकेदारों को भी यही शुल्क देना होगा।
नगर निगम को सलाह दी गई है कि वह निवासियों से वसूले जाने वाले गृहकर या संपत्ति कर में कचरा संग्रहण शुल्क भी शामिल करे।
नगर निगम प्रशासन के सूत्रों के अनुसार, नगर निगम के अधिकारियों को सरकार द्वारा पुराने टेंडरों को बदलने के लिए नए टेंडर जारी करने का निर्देश दिया गया था, जो लगभग दो महीने पहले जारी किए गए थे। पिछले अनुबंध के तहत, नगर निगम ने ठेकेदारों को निवासियों से मासिक आधार पर लिए जाने वाले शुल्क के आधार पर कचरा एकत्र करने और उसका निपटान करने के लिए अधिकृत किया था।
ठेकेदारों को अनुमोदित दरों के अनुसार घरों या इकाइयों से शुल्क वसूलना था तथा मासिक आधार पर नगर निगम को अनुबंध शुल्क जमा करना था।
हालांकि, अधिकारियों का कहना है कि सरकार ने इस कार्यप्रणाली को अस्वीकार कर दिया, जिसके बाद पिछला अनुबंध रद्द कर दिया गया और नए सिरे से निविदाएं आमंत्रित करने के निर्देश जारी किए गए।
नए निर्देशों के अनुसार, नगर निकाय को निवासियों से उपयोगकर्ता शुल्क (फीस) वसूलना होगा तथा संग्रह और निपटान के कार्य के लिए लगे ठेकेदारों को भी यही शुल्क देना होगा।
नगर निगम को सलाह दी गई है कि वह निवासियों से वसूले जाने वाले गृहकर या संपत्ति कर में कचरा संग्रहण शुल्क भी शामिल करे।
हालांकि, नगर निकाय के सूत्रों का दावा है कि पुरानी पद्धति नई पद्धति से कहीं ज़्यादा आसान थी क्योंकि इससे नगर निकाय को निवासियों से उपयोगकर्ता शुल्क वसूलने की परेशानी से छुटकारा मिल जाता। इस साल जून में जारी पुराने अनुबंध के तहत नगर निकाय को हर महीने 30 लाख रुपये मिलने थे।
नई प्रक्रिया के कारण वित्तीय समस्याएं या घाटा हो सकता है, क्योंकि गृहकर की वसूली में बाधाएं आ सकती हैं, क्योंकि नगर निगम हर साल बकाया कर का एक-चौथाई से भी कम वसूल पाता है। 150 करोड़ रुपए से अधिक गृहकर बकाया है।
फरीदाबाद नगर निगम के एक सेवानिवृत्त अधिकारी ने बताया, “दीर्घकालिक और पारदर्शी रणनीति के क्रियान्वयन न होने के कारण इस औद्योगिक केंद्र में ठोस अपशिष्ट निपटान का काम प्रभावित हुआ है।” कुप्रबंधन के कारण 2017 में “खराब” काम की रिपोर्ट के बाद एक निजी फर्म को दिया गया अनुबंध रद्द कर दिया गया था।
प्रतिदिन लगभग 900 टन कचरे का निपटान विभिन्न स्थानों पर किया जाता है, जिनमें प्रतापगढ़ और मुजेरी गांवों में अपशिष्ट प्रसंस्करण संयंत्र और बंधवारी का लैंडफिल स्थल शामिल हैं।
नगर निगम के मुख्य अभियंता वीरेंद्र कर्दम ने कहा कि चूंकि नए टेंडर जारी कर दिए गए हैं, इसलिए कूड़ा निपटान का कार्य नियमों के अनुसार किया जाएगा।
Leave feedback about this