सोलन, 8 अगस्त पौंटा साहिब स्थित शराब निर्माण कंपनी यमुना बेवरेजेज प्राइवेट लिमिटेड (वाईबीपीएल) को सीआईए पानीपत द्वारा अवैध रूप से 970 पेटी भारत निर्मित विदेशी शराब (आईएमएफएल) को शराबमुक्त राज्य बिहार ले जाते हुए पकड़े जाने के लगभग दो सप्ताह बाद, कंपनी प्रबंधन आज नाहन में राज्य कर एवं आबकारी विभाग (एसटीईडी) के समक्ष अपनी स्थिति स्पष्ट करने के लिए उपस्थित नहीं हुआ।
पानीपत पुलिस द्वारा 26 जुलाई को एफआईआर दर्ज किए जाने के बाद एसटीईडी अधिकारी मामले के विभिन्न पहलुओं की जांच कर रहे थे। शराब की पेटियों को 34 चूना पत्थर की बोरियों के नीचे छुपाया गया था, जिनमें से प्रत्येक का वजन 20 किलोग्राम था।
फर्म में तैनात इंस्पेक्टर और उसके प्रबंधन को आज डीसी, एसटीईडी, नाहन हिमांशु पवार के समक्ष आवश्यक दस्तावेजों के साथ उपस्थित होने के लिए नोटिस जारी किया गया था। डीसी ने कहा कि आज फर्म का कोई भी अधिकारी उनके समक्ष उपस्थित नहीं हुआ। फर्म को कल तक विस्तृत लिखित जवाब प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है। पवार ने कहा, “उस दिन कंपनी से दो वाहन भेजे गए थे और आज इंस्पेक्टर द्वारा चालक की तस्वीर और वाहनों के दस्तावेज प्रस्तुत किए गए हैं।”
अधिकारी ने कहा, “पानीपत पुलिस ने जब्ती के बाद डीवीआर को अपने कब्जे में ले लिया था, इसलिए कंपनी में विनिर्माण गतिविधि रोक दी गई थी। चूंकि शराब बनाने वाली कंपनी डीवीआर के बिना काम नहीं कर सकती, इसलिए वह विनिर्माण नहीं कर पा रही थी।” – टीएनएस
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