जालंधर, 9 अगस्त । सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने 2024 में अब तक पंजाब के जालंधर में भारत-पाकिस्तान सीमा पर मादक पदार्थों की तस्करी के आरोप में 123 लोगों को गिरफ्तार किया है जिनमें 97 भारतीय, 24 पाकिस्तानी और एक अफगानी शामिल है।
बीएसएफ मुख्यालय जालंधर के आईजी अतुल फूल जले ने शुक्रवार को एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि अब जमीनी रास्ते से सीमा पार से हेरोइन की तस्करी कम हो गई है। अब तस्कर ड्रोन का इस्तेमाल कर रहे हैं। इस साल पहले सात महीने में ही 137 ड्रोन पकड़े गये हैं, जबकि पिछले साल पूरे 12 महीने में 160 ड्रोन पकड़े गये थे। साथ ही ड्रोन से भेजी गयी कुल 160 किलोग्राम हेरोइन भी पकड़ी गई है।
उन्होंने बताया कि इस साल सीमा पार से आने वाले पाकिस्तानी ड्रोन के साथ-साथ बड़ी मात्रा में हथियार, नशीले पदार्थ, भारतीय मुद्रा और पाकिस्तानी मुद्रा जब्त की गई है। सीमा सुरक्षा बल ने पंजाब की 553 किलोमीटर लंबी भारत-पाक सीमा पर कई सीमा पार गतिविधियों को रोका है। अब तक दो करोड़ रुपये से अधिक की भारतीय मुद्रा जब्त की गई है। इसके अलावा 38 हजार 877 रुपये की पाकिस्तानी मुद्रा और कुछ बांग्लादेशी मुद्रा जब्त की गई है।
उन्होंने कहा कि बीएसएफ के पास 553 किलोमीटर लंबी फेंसिंग है और इतनी बड़ी सीमा पर बल के जवान दिन-रात ड्यूटी पर तैनात रहते हैं। वे सीमा पार से आने वाली ड्रोन गतिविधियों पर नजर रखते हैं। पिछले साल के मुकाबले अब सीमा पार से होने वाली गतिविधियां कम हुई हैं। सीमा पर लगाए जाने वाले हाईटेक सीसीटीवी कैमरों के बारे में उन्होंने कहा कि यह पंजाब सरकार का प्रोजेक्ट है और वे ही बता सकते हैं कि काम कब तक पूरा होगा।
पिछले महीने जम्मू के कठुआ में हुई उच्च स्तरीय बैठक के बारे में बीएसएफ आईजी ने कहा कि इस बैठक में सेना और पुलिस के साथ समन्वय स्थापित कर कई रणनीतियां बनाई गई हैं और सीमा पार से आने वाली हर गतिविधि पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
उन्होंने कहा कि आतंकियों और संदिग्ध लोगों को सीमा पर घुसने नहीं दिया जाता है। पिछले साल 13 अगस्त को गुरदासपुर-पठानकोट बॉर्डर की पहाड़ी से एक संदिग्ध व्यक्ति सीमा पार करने की कोशिश कर रहा था, लेकिन हमारे जवानों ने उसे रोक लिया और जब वह नहीं रुका तो जवान ने फायरिंग कर दी।
उन्होंने कहा कि बीएसएफ के जवान सीमा पर हो रही गतिविधियों पर नजर रख रहे हैं। इसी के चलते बीएसएफ ने कई किलो हेरोइन और 28 हथियार, जिनमें ज्यादातर पिस्तौल हैं, जब्त किए हैं। सीमा पर नशा तस्करों की सक्रियता को देखें तो अब तक कई नशा तस्करों से करोड़ों रुपये बरामद किए जा चुके हैं।
उन्होंने आगे कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों के ग्रामीणों के साथ बीएसएफ द्वारा अच्छी कनेक्टिविटी स्थापित की जा रही है तथा मोबाइल रिपेयर के अलावा उन्हें अन्य आधुनिक रोजगार भी दिए जा रहे हैं तथा अच्छा समन्वय स्थापित किया गया है।
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