दलाई लामा फाउंडेशन फॉर यूनिवर्सल रिस्पॉन्सिबिलिटी और पंजाब विश्वविद्यालय (पीयू) के बीच गांधीवादी और शांति अध्ययन विभाग में दलाई लामा चेयर स्थापित करने के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए हैं।
पीयू की कुलपति प्रोफेसर रेणु विग ने कहा कि प्रतिष्ठित चेयर की स्थापना का मुख्य उद्देश्य दार्शनिक, ऐतिहासिक और आध्यात्मिक अध्ययनों के प्रसार के लिए भारत-तिब्बती विरासत को बढ़ावा देना और संरक्षित करना है। यह चेयर दलाई लामा की शिक्षाओं और दर्शन का प्रसार करेगी और छात्रों, शिक्षकों और व्यापक समुदाय के बीच आलोचनात्मक सोच और आत्म-प्रतिबिंब को बढ़ावा देगी
यह पीठ समकालीन मुद्दों पर बौद्ध प्रतिक्रिया, तिब्बती और पाली बौद्ध ग्रंथों, तिब्बती बौद्ध कला और वास्तुकला तथा बौद्ध दर्शन के अध्ययन में सहायता, पोषण और संवर्धन करेगी।
विभाग की अध्यक्ष प्रोफेसर आशु पसरीचा ने कहा कि समझौता ज्ञापन दलाई लामा अध्ययन को आगे बढ़ाएगा, जो अहिंसा, सामाजिक, नैतिक और भावनात्मक शिक्षा के महत्वपूर्ण विषय पर परम पावन के व्यक्तिगत योगदान पर चर्चा करेगा।
Leave feedback about this