देहरादून, 28 अगस्त । उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में बहुत अधिक बारिश होने के बाद प्रतिकूल हुए हालातों को ठीक करने में प्रशासन जुटा है। अतिवृष्टि की वजह से रुद्रप्रयाग के कई मार्गों में लोगों को पैदल आवाजाही करने में भी समस्याओं का सामना करना पड़ा था। प्रशासन ने इसे गंभीरता से लेते हुए सभी दूभर मार्गों को दुरुस्त कर लिया है, ताकि किसी को भी आवागमन में परेशानी न हो।
इस संबंध में आपदा प्रबंधन सचिव ने बुधवार को विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया, “31 जुलाई की आपदा के बाद राज्य को काफी क्षति हुई थी, लेकिन अब प्रशासन की सक्रियता के बाद सभी दूभर मार्गों को दुरुस्त कर लिया गया है। सभी मार्गों को पैदल चलने लायक बना दिया गया है, ताकि किसी को कोई परेशानी ना हो। मार्गों को दुरुस्त करने के बाद लोगों की आवाजाही जारी है। अगर बरसात नहीं हो रही है, तो उसमें आवागमन किया जा सकता है, लेकिन बरसात के दौरान पत्थर गिरते हैं, जिससे यात्रा करना मुश्किल हो सकता है। बारिश को छोड़कर अन्य दिनों में सभी लोग पैदल चल सकते हैं। हमने सभी मार्गों को इतना सुलभ बना दिया है।”
उन्होंने आगे बताया, “प्रशासन द्वारा स्थिति को अनुकूल बनाए जाने के बाद अब सभी मार्गों पर लोगों का आवागमन जारी है। अब स्थानीय लोग भी बेहिचक आ जा रहे हैं। यात्री भी सैकड़ों की संख्या में आ जा रहे हैं। इस तरह से अब आप देखेंगे कि व्यवस्था सुचारू हुई है, लेकिन अभी-भी कई मार्ग यात्रियों के लिए दूभर है, जिन्हें दुरुस्त करने की प्रक्रिया जारी है।”
जब आपदा सचिव से पूछा गया कि कब तक मार्गों को यात्रियों के लिए पूरी तरह से खोल दिया जाएगा, तो इस पर उन्होंने कहा, “300 से ज्यादा लोग मार्गों को ठीक करने की दिशा में काम कर रहे हैं। हमारा प्रयास है कि जल्द से जल्द मार्गों को खोल दिया जाए, लेकिन मौजूदा समय में इसे समय सीमा में बांधना मुश्किल है। हमने कई मार्गों को खोलने का प्रयास किया, लेकिन भौगोलिक परिस्थितियां ऐसी हैं कि मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन हमारी टीम पूरी मुस्तैदी के साथ काम कर रही है।”
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