वन विभाग की वन्यजीव शाखा ने पौंग झील के आसपास की आर्द्रभूमि में जुताई कर रहे दो ट्रैक्टरों को जब्त कर लिया। विभाग तब हरकत में आया जब ग्रामीणों ने प्रतिबंधित भूमि पर अवैध रूप से फसल बोने के खिलाफ कड़ा विरोध दर्ज कराया।
समकेहड़ पंचायत सहित एक दर्जन पंचायतों के प्रतिनिधि व लोग कृषि एवं पशुपालन मंत्री चंद्र कुमार के आवास पर पहुंचे और उनसे बांध क्षेत्र में कुछ प्रभावशाली लोगों द्वारा की जा रही इस अवैध जुताई को रोकने के लिए हस्तक्षेप करने की मांग की।
वन्य जीव विभाग के डीएफओ हमीरपुर से बार-बार संपर्क करने पर भी उपलब्ध नहीं हुए, लेकिन विभाग के रेंज अधिकारी कमलजीत ने कहा कि अभ्यारण्य क्षेत्र में वेटलैंड की जुताई करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि झील के किनारे किसी को भी खेती करने की इजाजत नहीं दी जाएगी।
उन्होंने इन आदतन अपराधियों को चेतावनी देते हुए सख्त चेतावनी दी कि यदि कोई ट्रैक्टर जुताई करते पाया गया तो ट्रैक्टर जब्त कर लिया जाएगा तथा चालक के खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा।
वन्य जीव विभाग की टीम ने पुलिस की मदद से सिधाथा क्षेत्र में दो ट्रैक्टर जब्त कर चलवाड़ा के नरेश कुमार और पपहाण के स्वर्ण सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
आस-पास के इलाकों के निवासियों ने बताया कि माफिया बेखौफ होकर गुलेर, नंदपुर भटोली, नगरोटा सूरिया, जरोट और जवाली से लेकर फतेहपुर तक की जमीनों की जुताई कर रहे हैं। गुलेर से नंदपुर तक के पूरे इलाके में, बानेर नदी के किनारे-किनारे बाड़ लगाकर अतिक्रमण कर लिया गया है, जिससे हर सर्दियों में झील में आने वाले प्रवासी पक्षियों के लिए गंभीर खतरा पैदा हो गया है।
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