नई दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को पेरिस पैरालंपिक से लौटे भारतीय दल से अपने आवास पर मुलाकात की। इस बार भारतीय एथलीटों ने टोक्यो के रिकॉर्ड प्रदर्शन को पीछे छोड़ते हुए वैश्विक मंच पर अपनी छाप छोड़ी और पैरालंपिक में देश के लिए अब तक के सर्वोच्च पदक जीतकर इतिहास रचा।
भारत ने 7 स्वर्ण, 9 रजत और 13 कांस्य पदक के साथ कुल 29 पदकों के साथ पदक तालिका में 18वां स्थान हासिल किया। इस दल ने 2020 टोक्यो पैरालंपिक (कुल मेडल 19) में भारत द्वारा बनाए गए अब तक के सर्वश्रेष्ठ पदकों के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है।
पैरालंपिक खेलों में दो स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनी अवनि लेखरा ने महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग एसएच1 शूटिंग स्पर्धा में विश्व रिकॉर्ड स्कोर के साथ अपना खिताब बरकरार रखते हुए पीएम मोदी को अपनी जर्सी भेंट की। इस पर लिखा था, “आपके समर्थन के लिए… धन्यवाद सर।”
इसके अलावा, प्रधानमंत्री मोदी ने कपिल परमार के कांस्य पदक पर साइन किए, जो उन्होंने पैरा जूडो पुरुषों की 61 किग्रा जे1 श्रेणी में जीता था।
फ्रांस की राजधानी में 28 अगस्त से 8 सितंबर तक आयोजित पेरिस 2024 पैरालंपिक में रिकॉर्ड 84 पैरा-एथलीटों ने भारत का प्रतिनिधित्व किया।
भारत ने 12 खेलों में भाग लिया, जो टोक्यो 2020 से तीन ज्यादा है। ये तीन नए खेलों में – पैरा साइक्लिंग, पैरा रोइंग और ब्लाइंड जूडो शामिल था।
भाला फेंक के दिग्गज सुमित अंतिल ने पैरालंपिक में अपना खिताब बचाने वाले पहले भारतीय पुरुष के रूप में इतिहास रच दिया।
उन्होंने पुरुषों की भाला फेंक एफ64 में 70.59 मीटर की शानदार थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता, जो एक नया पैरालंपिक रिकॉर्ड है। उन्होंने टोक्यो 2020 पैरालंपिक में बनाए गए अपने पिछले रिकॉर्ड को पेरिस में तीन बार तोड़ा।
हरविंदर सिंह भारत के पहले पैरालंपिक तीरंदाजी चैंपियन बने।
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