कोलकाता, इस बात के संकेत सुबह से ही मिल रहे थे कि तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व राज्य के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पार्थ चटर्जी की पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग में भर्ती अनियमितताओं के लिए गिरफ्तारी से खुद को दूर कर लेगा। और शनिवार शाम को, तृणमूल नेताओं द्वारा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में घोषणा करने के बाद पार्टी का रुख आधिकारिक हो गया कि घटनाक्रम की जिम्मेदारी केवल चटर्जी के उपर है, न कि पार्टी पर।
पार्टी नेताओं ने यह भी स्पष्ट किया कि अगर उन्हें घोटाले में शामिल होने का दोषी पाया जाता है, तो तृणमूल चटर्जी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने से नहीं हिचकेगी, जो वर्तमान में पार्टी के महासचिव हैं।
प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी द्वारा चटर्जी से जुड़े नवीनतम घटनाक्रम पर पार्टी के रुख पर फैसला करने के लिए बुलाई गई एक आपात बैठक हुई थी।
प्रेस मीट में राज्य की वित्त मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य, परिवहन मंत्री और कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम, बिजली मंत्री अरूप विश्वास और पार्टी प्रवक्ता कुणाल घोष मौजूद थे।
उन्होंने कहा, “एक महिला के आवास से कुछ नकदी बरामद की गई है, जिसका तृणमूल कांग्रेस से कोई संबंध नहीं है। हम विपक्षी दलों द्वारा तृणमूल कांग्रेस को इस मुद्दे से जोड़ने के प्रयासों की निंदा करते हैं। इस सिलसिले में ईडी ने पार्थ चटर्जी को गिरफ्तार किया है।”
कुणाल घोष ने कहा, “मैं केवल इतना कह सकता हूं कि तृणमूल नेतृत्व को न्यायिक व्यवस्था पर पूरा भरोसा है। अगर जांच के अंत में पार्थ चटर्जी दोषी साबित होते हैं, तो तृणमूल उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने से नहीं हिचकेगी।”
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