49 वर्ष की आयु में 69 पुस्तकें लिख चुके प्रसिद्ध लेखक निंदर घुगियानवी को पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय, बठिंडा (घुद्दा) के पंजाबी विभाग में ‘प्रोफेसर ऑफ प्रैक्टिस’ के पद पर नियुक्त किया गया है। वे इस पद पर नियुक्त होने वाले पहले पंजाबी लेखक हैं।
निंदर घुगियानवी 1992 से साहित्य की विभिन्न विधाओं के साथ-साथ पंजाबी संस्कृति, संगीत और कला पर लिख रहे हैं। उनकी आत्मकथा “मैं सान जज दा अर्दली” का एक दर्जन भारतीय भाषाओं में अनुवाद किया गया है और बाद में एनबीटी दिल्ली द्वारा अंग्रेजी में प्रकाशित किया गया था।
पंजाबी विभाग की प्रमुख प्रोफेसर रमनदीप कौर ने बताया कि पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय में अपने कार्यकाल के दौरान निंदर घुगियांवी पंजाबी गजल के प्रख्यात कवि दीपक जैतो पर एक विस्तृत पुस्तक लिखेंगे और विद्यार्थियों के लिए व्याख्यान भी देंगे। पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ द्वारा साहित्य रत्न पुरस्कार से सम्मानित घुगियांवी इससे पहले महाराष्ट्र केंद्रीय विश्वविद्यालय वर्धा में राइटर इन रेजिडेंस के तौर पर काम कर चुके हैं।
पंजाब सरकार की कला परिषद चंडीगढ़ के चेयरमैन स्वर्णजीत सावी, पंजाबी साहित्य अकादमी लुधियाना के अध्यक्ष डॉ. सरबजीत सिंह, लोक मंच पंजाब के चेयरमैन डॉ. लखविंदर जौहल, भाषा विभाग पंजाब के निदेशक जसवंत जाफर और केंद्रीय पंजाबी लेखक संघ के अध्यक्ष दर्शन बटर ने शुभकामनाएं देते हुए विश्वविद्यालय के चांसलर डॉ. जगबीर सिंह और कुलपति डॉ. आरपी तिवारी का आभार व्यक्त किया।
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