शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने आज राज्य चुनाव आयोग (एसईसी) से मोगा जिले के धर्मकोट विधानसभा क्षेत्र के पंद्रह गांवों में सरपंचों और पंचों के नामांकन की नई तारीखों की घोषणा करने के अलावा नामांकन दाखिल करने की तारीखें बढ़ाने की अपील की, जहां विपक्षी दलों के उम्मीदवारों को कल नामांकन पत्र दाखिल करने की अनुमति नहीं दी गई थी।
यहां एक बयान में वरिष्ठ शिअद नेता एवं पूर्व मंत्री डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने राज्य चुनाव आयोग के संज्ञान में लाया कि धर्मकोट के तीन गांवों में उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र तो भर दिए, लेकिन उन्हें रसीदें नहीं दी गईं।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा पार्टी ने यह भी उजागर किया है कि कैसे आम आदमी पार्टी (आप) के गुंडों ने विपक्षी उम्मीदवारों पर हमला किया और उन्हें नामांकन दाखिल करने से रोका।
“हिंसा प्रभावित सभी स्थानों पर नामांकन की तिथि बढ़ाई जानी चाहिए”।
डॉ. चीमा ने कहा कि धर्मकोट के पंद्रह गांवों के मामले में विपक्षी उम्मीदवार पूरे दिन रिटर्निंग अधिकारियों के कार्यालयों के सामने लाइन में खड़े रहे लेकिन उनके नामांकन पत्र प्राप्त नहीं हुए। उन्होंने कहा कि उम्मीदवार गागरा, औगुन, खोशा रणधीर, उमरीनाना, डेटावाला, चुंधा कलां, चुंडा खरोड़, मूस वाला, मालेक कांगा, मनावा, डोलेवाला, मुंडी जमाल, फतेह ओले शाह, करयाहा वाला और वरवन से थे।
शिअद नेता ने कहा कि वरिष्ठ पार्टी नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने भी इस बात को उजागर किया था कि विपक्षी उम्मीदवारों को जेल से गैंगस्टरों के फोन आ रहे हैं और उन्हें चुनाव लड़ने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी जा रही है।
उन्होंने कहा कि आयोग को इस बात की जांच करनी चाहिए कि गैंगस्टर जेल से कैसे धमकियां दे रहे हैं। उन्होंने दोषी अधिकारियों और विपक्षी उम्मीदवारों पर हमला करने वाले और उनकी फाइलें छीनने वाले सभी दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की।
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