पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने शुक्रवार को लोगों से राज्य में सामाजिक बुराइयों को मिटाने के लिए धर्म के मार्ग पर चलने का आग्रह किया। दशहरा बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है।
यहां दशहरा मैदान में दशहरा उत्सव के दौरान उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि दशहरा का उत्सव हमें जमीन से जुड़े रहने, क्रोध पर नियंत्रण रखने तथा नफरत से दूर रहने की प्रेरणा देता है।
उन्होंने कहा कि ये तीन कारण सबसे बुद्धिमान व्यक्ति – राक्षस राजा रावण के भी पतन का कारण बने। भगवंत सिंह मान ने कहा कि त्यौहार हमें भाईचारे के साथ रहना भी सिखाते हैं। उन्होंने लोगों से राज्य में सामाजिक बुराइयों को खत्म करने और इसके प्राचीन गौरव को बहाल करने का आह्वान किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक यह त्यौहार हमें हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की याद दिलाता है।
भगवंत सिंह मान ने कहा कि हमारे देश में इस त्यौहार को मनाने की सदियों पुरानी परंपरा है, जो समाज में सद्भावना, शांति और सांप्रदायिक सद्भाव को बढ़ावा देने में अग्रणी भूमिका निभाता है और हमें एक समतावादी और सामंजस्यपूर्ण समाज बनाने के लिए आदर्श जीवन जीने का रास्ता दिखाता है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे राज्य में शांति, सौहार्द और भाईचारे को बढ़ावा देने के लिए खुद को फिर से समर्पित करके इस खुशी के अवसर को सामूहिक रूप से मनाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सभी को जाति, धर्म और रंग के संकीर्ण विचारों से ऊपर उठकर इस त्यौहार को पूरे धार्मिक उत्साह और उल्लास के साथ मनाना चाहिए।
भगवंत सिंह मान ने कहा कि ये त्यौहार हमें एकता और भाईचारे का संदेश देते हैं। उन्होंने कहा कि इस दिन हमें सभी सामाजिक बुराइयों से छुटकारा पाकर अपने राज्य को देश में अग्रणी बनाने का प्रण लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि दशहरे का असली सार प्रेम और धर्मनिरपेक्षता के साथ अन्याय, बुराई और अहंकार के खिलाफ लड़ना है।
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