राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी, उद्यमिता एवं प्रबंधन संस्थान (निफ्टम-के) ने बुधवार को एक कार्यक्रम के साथ विश्व खाद्य दिवस 2024 मनाया, जिसमें इसका गान, “अन्नदाता का अन्न, निफ्टम से बहुत प्रसन्न, हम हैं निफ्टम” जारी किया गया।
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) की सीईओ जी कमला वर्धन राव तथा शिक्षा जगत, उद्योग एवं सरकार से अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित थे।
खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव मिनहाज आलम ने बुधवार को कुंडली स्थित निफ्टम में छात्रों को संबोधित किया।
सभा को संबोधित करते हुए राव ने भारत में खाद्य सुरक्षा और खाद्य सुरक्षा की बढ़ती चुनौतियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने खाद्य उत्पादों में परिरक्षकों के बढ़ते उपयोग पर ध्यान दिलाया, जिससे किसानों के लिए सही परिरक्षकों का चयन करना मुश्किल हो गया है।
पिछले वर्ष ही FSSAI ने 300 खाद्य उत्पादों को रद्द कर दिया था जो आवश्यक मानकों पर खरे नहीं उतरे थे। इस गान का शुभारंभ खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव मिन्हाज आलम ने किया, जिन्होंने एनआईएफटीईएम और मंत्रालय के बीच सहयोग के महत्व पर बल दिया।
उन्होंने कहा, “मूल्य संवर्धन बढ़ाने, अपव्यय को कम करने और सतत विकास और आधुनिकीकरण को बढ़ावा देने के लिए खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय के दृष्टिकोण के अनुरूप, यह साझेदारी प्रभावशाली समाधान तैयार करेगी, जिससे भारतीय खाद्य उद्योग को व्यापक लाभ होगा।”
निदेशक डॉ. हरिंदर सिंह ओबेरॉय ने एफएसएसएआई के लिए एक शोध केंद्र के रूप में संस्थान की भूमिका की सराहना की और इसके अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे पर प्रकाश डाला, जिसे देश में सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। उन्होंने आगे बताया कि NIFTEM-K ने हाल ही में नई दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित वर्ल्ड फ़ूड इंडिया 2024 में 19 प्रमुख कंपनियों के साथ समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं।
उन्होंने कहा कि इन रणनीतिक सहयोगों का उद्देश्य भारतीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग में अनुसंधान को आगे बढ़ाना, नवाचार को बढ़ावा देना और कौशल विकास को बढ़ाना है।
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