November 27, 2024
Haryana

लाडवा कॉलेज में रामायण पर कार्यशाला आयोजित

इंदिरा गांधी राष्ट्रीय महाविद्यालय लाडवा के संस्कृत विभाग, हिंदी विभाग एवं शोध प्रकोष्ठ के संयुक्त तत्वावधान में मंगलवार को ‘21वीं सदी में शोध के क्षेत्र में रामायण के विविध आयाम’ विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।

कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. कुशल पाल ने आज के युवाओं के नैतिक विकास के लिए रामायण के अध्ययन के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि महाकाव्य ने युवाओं के चरित्र को आकार देने में मदद की और माता-पिता के प्रति कर्तव्य की भावना पैदा की। डॉ. पाल ने छात्रों से आग्रह किया कि वे मोबाइल डिवाइस पर अपना समय सीमित रखें और रामायण जैसे ग्रंथों की खोज में निवेश करें, जिसने उनके बौद्धिक विकास में योगदान दिया।

मुख्य वक्ता कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के आईआईएचएस के संस्कृत विभाग के डॉ. रामचंद्र ने रामायण को एक ऐसा महाकाव्य बताया, जिसने आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्रों में आधुनिक समाज को प्रभावित करना जारी रखा।

केवीए डीएवी गर्ल्स कॉलेज, करनाल के इतिहास विभाग की डॉ. रेणु बाल्यान ने भगवान राम के नेतृत्व, दक्षता, प्रबंधन और विशेषज्ञता के स्थायी गुणों पर प्रकाश डाला, जो समकालीन ग्रंथों में भी प्रासंगिक बने हुए हैं।

महाराणा प्रताप राष्ट्रीय महाविद्यालय, मुलाना के हिंदी विभाग की डॉ. पूजा शर्मा ने अपने व्याख्यान में समकालीन जीवन की मार्मिक तस्वीर पेश की, जिसमें उन्होंने उन गुणों पर चर्चा की जिन्हें आज अक्सर अनदेखा कर दिया जाता है। उन्होंने दोस्ती, पारिवारिक रिश्तों और महिलाओं के प्रति संवेदनशीलता के बंधनों पर विस्तार से चर्चा की और छात्रों को रामायण में वर्णित सकारात्मक गुणों का अनुकरण करने के लिए प्रोत्साहित किया।

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